कांग्रेस के घोषणापत्र से बजरंग दल आक्रोशित, दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन
New Delhi: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (karnataka election) से पहले कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया था। जिसमें बजरंग दल (Bajrang Dal) पर बैन लगाने की बात कही गई थी। कांग्रेस की इस बयानबाजी से बजरंग दल भड़क गई और मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। बजरंग दल ने मांग की है कि पार्टी कर्नाटक में सत्ता में आने पर संगठन पर प्रतिबंध लगाने के वादे को वापस ले। विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में कहा कि बजरंग दल देश का गौरव है और अगर कांग्रेस इस वादे को वापस नहीं लेती तो बड़े पैमाने पर देशव्यापी आंदोलन (nationwide movement) शुरू किया जाएगा।
बजरंग दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा है। विहिप प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, “बजरंग दल एक ऐसा संगठन है, जो राष्ट्रवाद की लौ जलाता है, लाखों महिलाओं की लाज बचाता है, गौ माता को वध से बचाता है और देश में लाखों लोगों को बचाने के लिए रक्तदान करता है। बजरंग दल देश का गौरव है और कांग्रेस इसकी तुलना प्रतिबंधित आतंकी संगठन पीएफआई से करती है।”
कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उसने वादा किया है कि प्रदेश में जाति एवं धर्म के आधार पर ‘नफरत फैलाने’ के लिए बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। उसका कहना है कि ऐसे संगठनों को प्रतिबंधित करने की कार्रवाई भी हो सकती है।
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