Arvind Kejriwal News: शराब नीति के बाद मोहल्ला क्लिनिक पर रार, CM केजरीवाल होंगे गिरफ्तार!

Arvind Kejriwal News: शराब नीति के बाद मोहल्ला क्लिनिक पर रार, CM केजरीवाल होंगे गिरफ्तार!
Arvind Kejriwal News: क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का डर सता रहा है? क्योंकि जब से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास ईडी (ED) का तीसरा नोटिस पहुंचा, तो राजनीतिक तापमान बढ़ता दिखाई देने लगी।
जिसके बाद से केजरीवाल की पूरी पार्टी बुधवार रात से एक्टिव हो गई। साथ ही केजरीवाल के मंत्री द्वारा ट्विटर पर दावा किया गया है कि ईडी (ED) लोकसभा चुनाव से पहले ही केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है।
गिरफ्तारी की जताई गई आशंका
बता दें कि 3 जनवरी यानि बुधवार को केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब नीति मामले में तीसरा नोटिस भेजा था और नोटिस भेजने के कुछ घंटों बाद ही आम आदमी पार्टी के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने ट्वीटर पर लिखना शुरू कर दिया था कि गुरुवार सुबह केजरीवाल के घर पर ईडी की रेड होगी और उनकी गिरफ्तारी की संभावना है।
आम आदमी पार्टी ने नोटिस को साजिश का हिस्सा बताया जबकि बीजेपी की फौज पूरी ताकत के साथ केजरीवाल पर हमलाकर हो गई।
केजरीवाल को ईडी का नोटिस क्यों मिला?
शराब घोटाले को लेकर केजरीवाल पर लगे हैं ये पांच आरोप
- ईडी के मुताबिक जांच में सामने आया है कि शराफ माफिया से आम आदमी पार्टी को 338 करोड़ रुपए मिले हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल हैं इसलिए उनसे पूछताछ जरूरी है।
- आबकारी घोटाले के आरोपी समीर महेंद्रू ने बताया कि उसकी मुलाकात केजरीवाल से हुई थी।
- नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर केजरीवाल के घर पर बैठक हुई थी।
- केजरीवाल की मंजूरी से मुनाफे का मार्जिन 6 फीसदी से लेकर 12 फीसदी हुआ।
- नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर सीएम ने कैबिनेट बैठक बुलाई थी।
ईडी को केजरीवाल का जवाब
गौरतलब है कि ईडी के नोटिस पर केजरीवाल ने अपना जवाब भी भेजा है। बता दें, इस जवाब में केजरीवाल ने क्या कहा है वो जानिए। इसमें केजरीवाल ने कहा है कि वो दिल्ली में राज्यसभा चुनाव में व्यस्त हैं। 26 जनवरी की तैयारियों को लेकर व्यस्तता है।
उन्होंने कहा है कि ईडी की तरफ से सवालों की लिस्ट भेजी जाएगी, तो वह उनका जवाब देंगे। केजरीवाल ने कहा है कि मुझे आश्चर्य है कि आपने मेरी आपत्तियों का जवाब नहीं दिया और पहले नोटिस से मिलता-जुलता नोटिस फिर से भेज दिया। ईडी का व्यवहार मनमाना और गैर पारदर्शी है।
केजरीवाल के पास गिरफ्तारी से बचने के क्या विकल्प हैं?
वहीं दिल्ली सीएम केजरीवाल वारंट जारी होने के बाद कोर्ट जा सकते हैं। एडवोकेट की मौजूदगी में जांच में सहयोग का वादा कर सकते हैं। और इस पर कोर्ट ईडी को उन्हें गिरफ्तार नहीं करने का निर्देश दे सकती है। हालांकि ये पहली बार नहीं जब आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई है।
केजरीवाल को पहला नोटिस 2 नवंबर को भेजा गया था। और दूसरा नोटिस केजरीवाल को 21 दिसंबर को भेजा गया और तीसरा नोटिस 3 जनवरी को केजरीवाल के पास पहुंचा।
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