आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के सिलागाम गांव के पास एक जंगली इलाके में मंगलवार को 40-45 बंदरों के शव देखे गए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बंदरों को किसी और ने जहर देकर उनके घरों के पास फेंक दिया था। कसीबुगा के वन अधिकारी मुरली कृष्ण ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “हमने जिले में ऐसी घटना कभी नहीं देखी थी। कोई बंदरों को ट्रैक्टर में ले आया और उन्हें (यहां) छोड़ दिया।”
वन अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम किया गया है और पांच दिनों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है। पशु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। वन अधिकारी ने कहा, “अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”
स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक मरने वालों में बच्चे और मादा बंदर भी शामिल हैं। स्थानीय लोगों द्वारा दुर्गंध की शिकायत के बाद वन अधिकारी काजू का बाग, घटनास्थल पर पहुंचे।
कुछ बंदर भी अचेत अवस्था में मिले और ग्रामीणों ने उन्हें भोजन और चिकित्सा सहायता प्रदान की। अधिकारियों ने कहा कि हो सकता है कि जानवरों को कहीं और जहर दिया गया हो क्योंकि इलाके में बंदर नहीं पाए जाते हैं।
ग्रामीणों ने दावा किया कि बंदरों को जहर दिया गया था क्योंकि उन्हें जानवरों पर जहरीले केले के निशान मिले थे। अधिकारियों ने बताया कि जिस गांव में यह घटना हुई वहां से 30 किलोमीटर दूर मंदसा से बंदरों के खतरे की सूचना मिली थी।