समलैंगिक और बाई सेक्सुअल पुरुष हो जाएं सावधान, मंकीपॉक्स बढ़ा सकता है आपकी परेशानी, जानें लक्षण और उसके बचाव

अभी तक लोग कोरोना से उभरे भी नहीं कि मंकीपॉक्स ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मई से लेकर अबतक दुनियाभर में मंकीपॉक्स के लगभग 23,000 मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, समेत 78 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। मंकीपॉक्स के फैलाव को देखते हुए, WHO ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है।
बता दें लंदन में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार मंकीपॉक्स अब उन लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। यानी मंकीपॉक्स का खतरा समलैंगिक, बाई सेक्सुअल जैसे पुरुषों को ज्यादा है। मंकीपॉक्स से फैले संक्रमणों को जब देखा गया तो 98 प्रतिशत संक्रमण इस समूह में पाए गए।
यौन संबंध रखने वाले पुरुषों को खतरा
इस समय यह महामारी विशेष रूप वैसे पुरुषों को प्रभावित कर रही है, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। समलैंगिक और बाई सेक्सुअल पुरुष एक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं जो पहले से ही भेदभाव का सामना कर चुका है। खासकर एचआईवी / एड्स महामारी के दौरान। इसलिए कोई इसे दोहराना नहीं चाहता।
मंकीपॉक्स के लक्षण
– यह मुख्य रुप से संक्रमण से होने वाली बीमारी है जो smallpox यानी चेचक के परिवार से आती है।
– बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना, ठंड के लक्षण इसमें शामिल हैं।
– पीठ, छाती, हाथ, पैर या शरीर के अन्य अंगों में फफोले आना।
– संक्रमित व्यक्ति के त्वचा के संपर्क में आने से भी यह फैलता है।
मंकीपॉक्स से बचाव
कई देश समलैंगिक और बाई सेक्सुअल पुरुषों के टीकाकरण की पेशकश कर रहे हैं, जिन्हें इस बीमारी के होने का सबसे बड़ा खतरा है। शोध से पता चलता है कि टीका लगाने से लगभग 85 प्रतिशत सुरक्षा मिलती है। यदि मंकीपॉक्स के संपर्क में आने के चार से 14 दिनों के बीच टीका दिया जाता है, तो यह रोग के लक्षणों को कम कर सकता है।
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