
नई दिल्ली। इस बार के मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच जमकर तकरार देखने को मिली। संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद से संसद की कार्यवाही लगातार बाधित रही।
इस दौरान संसद के दोनों सदनों में अमर्यादित भाषा और अभद्रता का इस्तेमाल किया गया। कुछ सांसद ने तो सदन की गरिमा तक का ख्याल नहीं किया और सदन की अवहेलना की।
वहीं इस सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही भी लगभग बाधित रही। लेकिन अब राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसदों पर एक्शन लेने की तैयारी है। केंद्र सरकार की ओर से इस मामले में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से शिकायत की गयी थी। अब इस आधार पर मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके बाद कमेटी जो रिपोर्ट पेश करेगी उसके आधार पर एक्शन लिया जायेगा।
राज्यसभा सचिवालय सूत्रों के मुताबिक सभापति अपने कार्यकाल के बचे भाग के लिए दोषी सांसदों की सदस्यता खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन हां, कड़ा संदेश देने के लिए जल्द ही एक कमेटी बनाई जायेगी।
सूत्रों के मुताबिक कमेटी में विपक्ष के सांसद भी शामिल होंगे। 7 से 9 सांसदों की कमेटी बनेगी, जो एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट को जमा करेगी। कमेटी जो रिपोर्ट सौपेंगी उसके आधार पर हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई की जायेगी।
राज्यसभा में 10 और 11 अगस्त को मचा था बवाल
मानसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने इस मसले पर बयान दिया था और शिकायत करने की बात कहते हुए राज्यसभा चेयरमैन से कमेटी बनाने और मामले की जांच कराने की मांग की थी। पिछले 10 और 11 अगस्त को राज्यसभा में बवाल मचा था। सांसद टेबल पर चढ़ गये थे। साथ ही दरवाजे का शीशा टूटने और मार्शल को चोट लगने तक की चर्चा देश भर में हुई थी।
सदन में बचे इस बवाल को लेकर सरकार की ओर से राज्यसभा चेयरमेन वेंकैया नायडू से शिकायत की गयी थी। मिली जानकारी के मुताबिक 15 से ज्यादा सांसदों के नाम सरकार द्वारा की गयी शिकायत में दर्ज हैं। इन पर सदन में हंगामा करने, मेज पर चढ़ने, महिला मार्शल से धक्कामुक्की करने के आरोप हैं।
टीएमसी , कांग्रेस ,शिवसेना सांसदों के नाम शामिल
सूत्रों के मुताबिक, शिकायत में कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा, प्रताप सिंह बाजवा, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, अखिलेश प्रसाद सिंह, दीपेंद्र सिंह हुड्डा और राजमणि पटेल के नाम हैं। टीएमसी सांसद डोला सेन, शांता छेत्री, मौसम नूर, अबीर रंजन विश्वास और अर्पिता घोष के नाम भी शामिल हैं।
वहीं शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई का नाम भी इस शिकायत में दर्ज किया गया है। वामपंथी पार्टी के ई. करीम और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह का नाम भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में भाजपा के सहयोगी दल जदयू, अन्नाद्रमुक, आरपीआई, एनपीपी और एजीपी आदि दलों के नेता भी लिखित रूप में इन सांसदों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायेंगे।