दिल्ली में इस साल भी नहीं जला सकेंगे पटाखे, केजरीवाल सरकार ने लगाया बैन

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राजधानी दिल्ली में ठंड का स्तर बढ़ने के साथ-साथ वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगता है। हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दीपावली के पटाखों पर बैन लगा दिया है। आपको बता दें कि दीपावली के अवसर पर दीए जलाने के साथ-साथ पटाखे भी जलाए जाते हैं। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और यूपी में जलाए जाने वाली पराली का धुंआ इकट्ठा हो जाता है। जिसकी वजह से पूरी दिल्ली की आबोहवा खराब होती है और प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में चला जाता है।

इसको लेकर आज दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जनवरी से लेकर अगस्त के महीने तक दिल्ली का औसत एक्यूआई काफी कम रहा है। कल दिल्ली में एक्यूआई का स्तर 45 रिकॉर्ड किया गया। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, दिल्ली के वातावरण में नमी आती है। धीरे-धीरे पार्टिकल मैटर जमा होने शुरू हो जाते हैं। अक्टूबर और नवंबर का प्रदूषण मिलकर दिल्ली की हवा को काफी जहरीला बना देते हैं। सर्दी के मौसम में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने विंटर एक्शन प्लान बनाने की प्रकिया शुरू कर दी है।

उन्होंने जानकारी दी कि कल दिल्ली सचिवालय में देश के जाने माने एनवायरमेंट एक्सपर्ट के साथ बैठक करेंगे। 14 सितंबर को सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक होगी। सभी लोग मिलकर इस वर्ष के विंटर एक्शन प्लान को तैयार करेंगे, जिसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अक्टूबर के पहले हफ्ते में घोषित करेंगे और उसके अनुरूप दिल्ली के अंदर अभियान शुरू होगा।

गोपाल राय ने कहा कि गोपाल राय ने कहा, ‘इस साल भी “युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान” चलेगा। सीएम केजरीवाल के निर्णय के अनुसार DPCC को निर्देश दिया जा रहा है कि इस साल भी पटाखों के निर्माण बिक्री और जलाने पर प्रतिबंध लागू किया जाए। हमने अभी इसलिए यह निर्देश दिया है क्योंकि पुलिस अभी से पटाखों के निर्माण के लिए लाइसेंस देती है। इसलिए हमने निर्देश दिया है कि पुलिस किसी को भी लाइसेंस जारी न करे। पड़ोसी राज्यों से भी अपील है कि पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं।’

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