बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? -CM ममता बनर्जी
ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे ने पूरे देश में गमगीन स्थिति बन गई है। इस हादसे में कितने परिवारों ने अपनो को खो दिया जिनके शव का भी अब तक पता नहीं चल पाया हैं। वहीं इस मामले पर राजनीति भी जारी है। विपक्ष रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहा है। वहीं विपक्ष के केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा हुआ है।
इसी बीच कोलकता का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कई सवाल खड़े किए। सीएम ममता बनर्जी ममता ने कहा- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जिस दिन यह घटना हुई उसी दिन हमने 150 एम्बुलेंस, 50 डॉक्टर, नर्स, बस और आपदा प्रबंधन की टीम दुर्घटनास्थल भेजी। हम ओडिशा सरकार का पूरा सहयोग कर रहे हैं।
सीएम बनर्जी ने आगे कहा इस दुर्घटना में पश्चिम बंगाल के 62 लोगों की मृत्यु हो गई। यहां 206 लोगों का इलाज चल रहा है। ओडिशा में पश्चिम बंगाल के 73 लोग भर्ती हैं और 56 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। 182 लोगों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
राज्य सरकार मृतक के परिवारों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 1 लाख रुपए देगी, उनका पूरा इलाज कराएगी और 3 महीने तक उनकी सहायता भी करेगी। जिन लोगों को मामूली चोट आई है उन्हें राज्य सरकार 25 हज़ार रुपए देगी।
कल मेरे साथ रेल मंत्री और धर्मेंद्र प्रधान दोनों खड़े थे लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बहुत कुछ कह सकती थी क्योंकि मैं खुद रेल मंत्री रही हूं…कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? रेलवे को सिर्फ बेचने के लिए छोड़ दिया है।
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