वीआईपी कल्चर खत्म! रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऑफिस में अटेंडेंट को बुलाने वाली घंटी हटाने का दिया आदेश
विभिन्न स्तरों पर वीआईपी संस्कृति को खत्म करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए रेल मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को कार्यालयों में अटेंडेंट को बुलाने के लिए इस्तेमाल होने वाली घंटी को हटाने का निर्देश दिया।
सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ तौर पर निर्देश दिया कि ऑफिस अटेंडेंट को बुलाने के लिए घंटी का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से बुलाया जाना चाहिए। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह सुनिश्चित करने के लिए कि निर्देशों को पूरी तरह से लागू किया गया है, वैष्णव ने सबसे पहले अपने कार्यालय में घंटी को हटा दिया।
इस कदम के पीछे मकसद यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक कर्मचारी को समान सम्मान दिया जाए और वीआईपी संस्कृति की मानसिकता को बदला जाए। इसके साथ ही, मंत्री यह भी चाहते हैं कि हर कर्मचारी 100 प्रतिशत रेलवे को पूरी गति से चलाए, जो शून्य प्रतिशत वीआईपी संस्कृति के साथ ही संभव है।
रेल मंत्री वैष्णव ने पहले भी इस तरह की पहल की थी। इसका उद्देश्य अपने कार्यालय में कार्य संस्कृति को बदलना और एक दूसरे के काम के प्रति वफादारी और विश्वास पैदा करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के सदस्यों के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है।