Uttarakhand: जातिगत जनगणना पर सियासत तेज, कांग्रेस बोली- ‘सरकार बनी तो हम..’
Uttarakhand News: बिहार के बाद अब अन्य राज्यों में भी जातिगत जनगणना (Caste Census) कराए जाने की मांग उठने लगी है। बिहार (Bihar) की नीतीश कुमार सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद उत्तराखंड (Uttarakhand) की सियासत भी गर्म हो गई है। बता दें कि कांग्रेस ने जातिगत जनगणना कराने की बात कही है।
‘सरकार बनी तो उत्तराखंड में कराएंगे जातिगत जनगणना’
प्रदेश कांग्रेस ने ऐलान किया है कि आने वाले समय में उत्तराखंड में सरकार बनने पर वह बिहार सरकार की तर्ज पर उत्तराखंड में भी जातिगत जनगणना कराएगी। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Karan Mahara) का कहना है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2011 की सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी न करके और नई जाति जनगणना न करवाकर देश के कई समुदायों और वंचित वर्गों को धोखा दिया है।
‘कांग्रेस शासित राज्यों में होगी जातिगत जनगणना’
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी (Garima Dasauni) का कहना है कि जिसकी जितनी आबादी उसकी इतनी हिस्सेदारी होनी चाहिए और कांग्रेस की जिस भी राज्य में सरकार है वहां बिहार की तर्ज पर आने वाले समय में जातिगत जनगणना होगी। उन्होंने कहा कि यह पता चलना चाहिए की किसकी कितनी आबादी है और किस प्रदेश में डेमोग्राफिकल (Demographycal) चेंज हो रहा है।
भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस उत्तराखंड में जातिगत जनगणना की बात कह रही है तो वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से बंटवारे की राजनीति की है। भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक (Honey Pathak) ने तंज कसते हुए कहा कि पहले कांग्रेस सत्ता में तो आए। हनी पाठक ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से धर्म और जाति के नाम पर राजनीति की है। उन्होंने कहा कि सभी की जाति भारतीयता है और जातिगत जनगणना की बात कांग्रेस को अपने राज्य में करनी चाहिए।
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