Uttarakhand: 1 सिंतबर से शुरु होगी होमगार्ड भर्ती प्रकिया, जानिए क्या है भर्ती के मानक
देहरादून में महिला होमगार्ड की भर्ती प्रक्रिया 1 सितंबर से शुरू हो जाएगी। शासन द्वारा भर्ती के लिए मानक तय करने के बाद होमगार्ड मुख्यालय ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 10 जिलों के लिए होने वाली यह भर्ती प्रक्रिया दो चरणों में चलाई जाएगी। दोनों चरणों के लिए आवेदन 23 अगस्त तक लिए जाएंगे। पहले चरण में छह जिले शामिल किए जाएंगे। शेष चार जिले दूसरे चरण में शामिल किए जाएंगे।
मुख्यालय का लक्ष्य अक्टूबर के दूसरे तथा तीसरे सप्ताह तक भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर नई महिला होमगार्ड की ट्रेनिंग शुरू कराने का है। प्रदेश में इस समय लगभग 6500 होमगार्ड विभिन्न सरकारी कार्यालयों के साथ ही पुलिस के कार्यों में सहयोग दे रहे हैं। इनमें पुलिस व महिला होमगार्ड, दोनों ही शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिसंबर में हुई रैतिक परेड में महिला होमगार्ड की भर्ती की घोषणा की थी। इस क्रम में शासन ने आदेश जारी कर ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी, यानी कुल 10 जिलों में एक-एक महिला प्लाटून के लिए महिला होमगार्ड के पदों पर भर्ती करने का निर्णय लिया। अभी होमगार्ड विभाग में 215 महिला होमगार्ड तैनात हैं। ये महिला होमगार्ड देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले में सेवा दे रही हैं। ऐसे में शेष जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय हुआ।
होमगार्ड मुख्यालय ने इसके लिए शासन से भर्ती के मानक तय करने का अनुरोध किया, जिस पर शासन ने भर्ती में शैक्षिक योग्यता को आधार बनाने को कहा। होमगार्ड में भर्ती की शैक्षिक योग्यता 10 वीं पास रखी गई है। 12 वीं पास महिला अभ्यर्थी को एक बोनस अंक और ग्रेजुएट महिला अभ्यर्थी को दो बोनस अंक दिए जाएंगे।
पहले चरण में छह जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसका परिणाम 15 सितंबर को घोषित किया जाएगा। दूसरे चरण में चार जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। छह अक्टूबर को इसका परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इसके 10 दिनों के भीतर सफल अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा।
पहले चरण की भर्ती- उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, चमोली, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर।
दूसरा चरण- रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़।
भर्ती के मानक
शैक्षिक योग्यता: 10 वीं पास।
आयु: 18 से 40 वर्ष, अनुसूचित जाति, जनजाति व ओबीसी को पांच वर्ष की छूट।
शारीरिक दक्षता: दौड़ व चाल, क्रिकेट बॉल थ्रो, लंबी कूद
ये भी पढ़ें: Uttarakhand: लालकुआं नगर में बनेगा शहीद धर्मेंद्र गंगवार के नाम से द्वार