Uttarakhand: घरों में दिखी दरारें, फिर भी सुरक्षित हैं मकान
Uttarakhand: जोशीमठ आपदा के बीच अब रविग्राम वार्ड के कोठेला क्षेत्र में एक साल से घरों में दरारें आ रही हैं। जिसके मद्धेनजर कुछ मकानों पर लाल निशान चिन्हीत किए गए हैं। गौरतलब है कि प्रशासन की सूची में यहां कोई भी मकान असुरक्षित नहीं है। इसके बाद लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। मौजूदा समय में जोशीमठ के रविग्राम वार्ड के कोठेला क्षेत्र में करीब 14 परिवार रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया दर्द
मामले में जब स्थानीय लोगों से उनका हाल जाना गया तब उन्होने बताया कि यहां पर एक साल से भू-धंसाव होने पर घरों में दरारें आनी शुरू हो गईं थी। ऐसे में चार घरों पर लाल निशान लगाए गए हैं, उसके बावजूद भी इन भवनों को प्रशासन की सूची में असुरक्षित नहीं बताया गया है। इतना हीं नहीं, इनमें से भी दो घरों का ध्वस्तीकरण कराया जाएगा। आलम ये है कि इन घरों को असुरक्षित की श्रेणी में नहीं रखने की बात ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
प्रशासन ने कुछ घरों पर लगाए लाल निशान
बताते चलें कि घरों में दरारें पड़ने से एक मकान इतना क्षतिग्रस्त हो गया, कि स्थानिय निवासी उसे छोड़ किराए के भवन में चले गए। इसके साथ हीं कुछ अन्य घरों पर भी प्रशासन ने लाल निशान लगाए हैं, दो घरों का ध्वस्तीकरण भी होना है, उसके बावजूद उनको असुरक्षित नहीं दिखाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: Uttarakhand: नीति घाटी के मलारी में ग्लेशियर टूटने से मची अफरातफरी
जोशीमठ नगर में भू धंसाव से जगह-जगह के जिन दरारों को प्रशासन ने मिट्टी डालकर भरा था, वह एख बार फिर दिखने लगी हैं। राहत की बात यह है कि फिलहाल इस क्षेत्र में कोई नई दरार नहीं दिखी है।
बारिश होने से और बढ़ सकती है मुसिबत
मामले में जानकारी देते हुए मनोहर बाग वार्ड की गीता देवी परमार, मदन प्रसाद कपरुवाण ने बताया कि अब नई दरारें नहीं दिख रही हैं, लेकिन जिन पुरानी दरारों को मिट्टी से भरवाया था वह बारिश के बाद जरूर बढ़ गई हैं। जिसके बाद यदि बार-बार बारिश होती है, तो यहां खतरा और भी बढ़ सकता है।