पंडित नेहरू ने कभी नहीं चाहा कि आंबेडकर संविधान सभा का हिस्सा बनें : सीएम योगी

Uttar Pradesh : पंडित नेहरू ने कभी नहीं चाहा कि आंबेडकर संविधान सभा का हिस्सा बनें : सीएम योगी
Uttar Pradesh : संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है। इस बीच, उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कई जिलों में प्रदर्शन किया और गृहमंत्री से माफी की मांग की।
वहीं, बसपा के प्रदर्शन और विपक्षी दलों के बयान के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मुद्दे के बचाव में सामने आए। मुख्यमंत्री योगी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर का योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्र भारत के निर्माण में अत्यधिक महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, “अंबेडकर जी ने सामाजिक बंधनों का सामना करते हुए शिक्षा प्राप्त की और भारत को आलोकित करने में अपनी पूरी ताकत लगाई। संविधान के निर्माता के तौर पर उनका सम्मान किया जाना चाहिए।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इन दलों ने समय-समय पर अंबेडकर जी का अपमान किया। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब ने न केवल अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में बल्कि कानून के क्षेत्र में भी भारत को ज्ञान से आलोकित किया।”
अटल जी और मोदी जी दोनों की सरकारों में बाबा साहेब को सम्मान दिया गया
योगी आदित्यनाथ ने यह भी स्पष्ट किया कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार रही हो या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली हमेशा बाबा साहेब को सम्मान दिया गया और उनके विचारों को प्रतिनिधित्व प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकारों ने बाबा साहेब के पंच तीर्थ के विकास का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्रिटेन में जहां बाबा साहेब ने शिक्षा प्राप्त की, वहां पर भी भाजपा ने उनका स्मारक बनवाया।
NDA की सरकार में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चल रही एनडीए सरकार के तहत, कई योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि दलितों और वंचितों के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं, जैसे- हर परिवार को आवास, स्वास्थ्य बीमा, और 80 करोड़ लोगों को राशन उपलब्ध कराना। उन्होंने कहा, “यह सब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बखूबी हो रहा है।”
सीएम योगी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस का इतिहास दलितों और वंचितों का अपमान करने का है। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कांग्रेस ने दलितों और वंचितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा।” उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने कभी नहीं चाहा कि अंबेडकर संविधान सभा का हिस्सा बनें या ड्राफ्टिंग कमिटी का सदस्य बनें।
कांग्रेस को वंचितों दलितों की चिंता नहीं
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस को वंचितों दलितों की चिंता नहीं है। वो सिर्फ मुसलमानों की चिंता करती है- अंबेडकर जी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था। कांग्रेस की सरकार में PM कहते थे देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। क्या दलितों का अधिकार नहीं है?
सीएम योगी ने कहा कि गृहमंत्री के बयान को आधा अधूरा पेश कर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही है। अपने किए पर पर्दा डालने के लिए इस तरह के काम किए जा रहे विपक्ष द्वारा।
उत्तर प्रदेश के हर सरकारी अस्पतालों में बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर डबल इंजन की सरकार में लगी है। संविधान दिवस का आयोजन भी प्रधानमंत्री मोदी ने शुरू किया है। आज़ादी के बाद देश का पहला दलित राष्ट्रपति बनता है। ST महिला राष्ट्रपति बनती हैं। ये किसने किया?
यह भी पढ़ें : 23 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय किसान दिवस, जानें क्या है इसका इतिहास
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप