ईडी टीम पर हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त, ममता सरकार से मांगी विस्तृत रिपोर्ट
New Delhi : पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी और कार्रवाई के दौरान इसके अधिकारियों पर हमले को लेकर राजनीति जारी है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय की टीमों पर हुए हमलों पर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय के बताया कि गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से उन परिस्थितियों पर एक विस्तृत रिपोर्ट भेजने को कहा है, जिनके कारण हमले हुए उसमें ईडी अधिकारी घायल हो गए। इतना ही नहीं, गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से केंद्रीय जांच एजेंसी टीमों पर हमलों के बाद की गई कार्रवाई का विवरण भेजने को भी कहा है।
शाहजहां को ज्योति मलिक का करीबी माना जाता है
दरअसल, बीती 5 जनवरी को ईडी पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी। पीडीएस घोटाले के मामले में जब एजेंसी उत्तर 24 परगना में टीएमसी संयोजक शाहजहां शेख के तीन परिसरों पर तलाशी ले रही थी। तलाशी के दौरान एक परिसर में सीआरपीएफ कर्मियों के साथ ईडी टीम पर 800-1000 लोगों ने हमला किया। शाहजहां को ज्योति प्रिय मलिक का करीबी माना जाता है।
ईडी ने अपने बयान में क्या कहा?
ईडी ने एक बयान में कहा कि हमलावर लाठी, पत्थर और ईंट से लैस थे। इस घटना में ईडी के तीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल ईडी अधिकारियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसक भीड़ ने ईडी अधिकारियों के निजी और आधिकारिक सामान जैसे उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, वॉलेट आदि भी छीन लिए।
कानून व्यवस्था संभालने की हिदायत दी
इसके साथ ही ईडी के कुछ वाहनों को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। अधिकारियों पर हमले के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता सरकार को कानून व्यवस्था संभालने की हिदायत दी है।
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