नीतीश से बोले राकेश टिकैत, एमएसपी की गारंटी दो, हम करेंगे आपका प्रचार

Tikait in Bihar
Tikait in Bihar: बिहार पहुंचे राकेश टिकैत अपनी किसान राजनीति को धार देने में लगे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से कहा कि आप पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। हम आपका प्रचार करेंगे। बशर्ते आप एमएसपी की गारंटी दीजिए। किसान नेता राकेश टिकैत रोहतास में किसान पंचायत को संबोधित कर रहे थे।
Tikait in Bihar: बिहार सरकार दे किसानों को पेंशन- राकेश टिकैत
उन्होंने कहा कि किसानों का अनाज एमएसपी से कम कीमत पर खरीदने वालों पर कानूनी कारवाई कीजिए। हम आपका प्रचार करेंगे। शनिवार को उन्होंने कहा कि छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री प्रति क्विंटल धान की किमत 26 सौ रुपये देते हैं। तेलंगाना की सरकार 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की सव्सिडी देती है। यदि बिहार की सरकार एमएसपी और किसान पेंशन दे तो हम नीतीश जी का प्रचार करेंगे।
Tikait in Bihar: ‘जरूरत पड़ी तो पटना की सड़कों पर भी चलेंगे ट्रैक्टर’
टिकैत चेतावनी देते हुए बोले, अन्यथा जरुरत पड़ी तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेंगे। स्वामी शहजानंद सरस्वती का नाम लेते हुए टिकैत ने कहा कि बिहार के किसान मजदूर बन के रह गए हैं। बिहार के लोग देश व दुनिया में भरे पड़े हैं। बड़ा व्यापारी आपकी जमीन लूटेगा और आप उसके यहां अपनी जमीन पर ही मजदूरी करेंगे।
Tikait in Bihar: ‘किसानों से आह्वान, त्याग किया तो सरकारें टेकेंगी घुटने’
बिहार के नाम एक साल की फसल का त्याग करो। सरकार घुटने टेक देगी। टिकैत ने अपील की कि संगठन बनाओ और पटना की सड़कों पर चलने के लिए तैयार रहो। सरकारें गांव, खेत व किसानों के लिए काम करने लगेंगी।
प्रदेश के किसानों को हर साल एक लाख करोड़ का नुकसान- सुधाकर सिंह
इस दौरान विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में 2006 में मंडी कानून समाप्त हो गया। इससे राज्य के किसानों को हर साल उनके उपज पर एक लाख करोड़ का नुकसान हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रणवीर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के किसानों को बर्बाद करने में केंद्र एवं राज्य सरकार जिम्मेदार है। बिहार के किसानों की फसल एवं नस्ल बचाने के लिए दिल्ली की तरह पटना को भी घेरने की जरूरत पड़ी तो भारतीय किसान यूनियन तैयार है।
किसान, मजदूर बनते जा रहे हैं- दिनेश
बिहार प्रदेश के भारतीय किसान यूनियन के संयोजक दिनेश ने कहा कि शाहाबाद का क्षेत्र धान का कटोरा है। परंतु यहां के किसान बदहाल हैं शाहाबाद एवं बिहार के किसान पटना को घेरने के लिए तैयार रहें। घर से निकलने के लिए तैयार रहें। अखलाक अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि प्रथम पंचवर्षीय योजना में कृषि की जीडीपी 50% थी अभी 14% पर आ गई है। किसान अब मजदूर बनते जा रहे हैं। मंच संचालन किसान नेता रामजी राय ने किया।
रिपोर्टः दिवाकर तिवारी, संवाददाता, रोहतास, बिहार
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