इस हफ्ते मार्केट में तेजी का अनुमान, RBI पॉलिसी मीटिंग और PMI आंकड़ों से तय होगी बाजार की चाल

इस सप्ताह शेयर बाजार में तेजी की संकेत मिल सकती है, जैसा कि विशेषज्ञों द्वारा बताया जा रहा है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे कि RBI की पॉलिसी मीटिंग, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेस डेटा, फेडरल रिजर्व (फेड) के बयान, विदेशी निवेशकों का फ़्लो, ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें, और आगामी IPO का प्रभाव हो सकता है। इस हफ्ते की शुरुआत 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर बाजार बंद रहेगा।
आपको बता दें इस सप्ताह के पहले दिन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर बाजार बंद रहेगा। निवेशकों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे इन कारणों का ध्यान दें, क्योंकि ये बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की मीटिंग 4-6 अक्टूबर 2023 के दौरान होने वाली है, और 6 अक्टूबर को इस मीटिंग के नतीजों का ऐलान होगा। कुछ अनुमानित है कि RBI रेपो रेट को अपनी चौथी बार यानी इंटरेस्ट रेट को बिना किसी परिवर्तन के रख सकता है। इसके पीछे का कारण है रिटेल महंगाई में वृद्धि की जाने की संकेत।
रेपो रेट को तय करने में रिटेल महंगाई एक प्रमुख फैक्टर होता है। साथ ही, अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने भी अपनी हाल की मीटिंग में इंटरेस्ट रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया है और संकेत दिया है कि वो भविष्य में ब्याज दरों में वृद्धि कर सकते हैं। RBI ने फरवरी 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5% पर पहुंचाया था और तब से कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विसेस नंबर्स
मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज दोनों सेक्टरों की गतिविधियों के बारे में जानकारी सितंबर महीने के लिए उपलब्ध होगी, जिसके लिए भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI 3 अक्टूबर को प्रकाशित किया जाएगा। साथ ही, सर्विसेज सेक्टर की गतिविधियों की गुणवत्ता को मापने के लिए सर्विसेज PMI 5 अक्टूबर को जारी किया जाएगा। अनुमान है कि दोनों सेक्टरों में गतिविधियों में कमी दर्ज की जाएगी।
अगस्त महीने में, अमेरिका में पर्सनल कंजंप्शन एक्सपेंडिचर्स (PCE) इंडेक्स साल 2020 के बाद सबसे कम दर से बढ़ा। यह इंफ्लेशन की मापदंड के रूप में महत्वपूर्ण है, और अब आने वाले सप्ताह में फेड मेंबर्स कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिसमें वे इसे विचार करेंगे।
ये भी पढ़ें: सितंबर में सरकार ने GST से ₹1.63 लाख करोड़ जुटाए, पिछले साल से 10.2% ज्यादा