कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए तेज हुई रेस, गहलोत और दिग्विजय आउट, अब जंग थरूर और खड़गे के बीच
राजस्थान में सियासी घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं गुरूवार को सचिन पायलट ने सोनिया गांधी से मुलाकात करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की। वहीं दूसरी तरफ अशोक गहलोत ने फिर से पूरी बाज़ी पलटते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से मना करके सोनिया गांधी से माफी मांगी, उधर कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अगले दो दिन के अंदर सोनिया गांधी राजस्थान के अगले सीएम का फैसला कर लेंगी। इसके बाद ये तय हो जाएगा कि राजस्थान की सीएम कुर्सी पर गहलोत का राज रहेगा या ये कुर्सी सचिन पायलट या किसी तीसरे शख्स को मिलेगी।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट बाहर निकले तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया बातचीत में सचिन पायलट ने कहा कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने हमें सुना। राजस्थान का जो घटनाक्रम है, उस पर चर्चा की गई।मैं मानता हूं कि जो हमारी भावनाएं थी, फीडबैक था, वो मैंने सोनिया गांधी जी के सामने रखा। हम सभी यही चाहते हैं कि मेहनत करके 2023 का विधानसभा चुनाव जीतें। इसके लिए हमें मिलकर काम करना होगा।’ सचिन पायलट ने पूरी बाज़ी बदलते हुए अगले चुनाव का दांव खेल लिया है और कहा है कि ‘मुझे पूरा यकीन है कि हम पूरी मेहनत करके राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएंगे। राजस्थान में पांच साल कांग्रेस होती है और पांच साल बीजेपी की सरकार होती है। इस बार इस परिपाटी को तोड़ना है।
राजस्थान के संदर्भ में जो भी सकारात्मक निर्णय है, वह सोनिया गांधी लेंगी।’ सचिन पायलट की तरह ही सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने भी कहा था कि आखिरी फैसला सोनिया गांधी ही लेंगी।उधर कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल ने बयान देते हुए कहा कि सोनिया गांधी राजस्थान के अगले सीएम का फैसला दो दिन में कर लेंगी कयास ये भी लगाए जा रहें कि अशोक गहलोत के इस दांव से उनके हाथ से राजस्थान की कुर्सी भी जा सकती है। जहां राजस्थान में सीएम कुर्सी को लेकर बवाल मचा हुआ है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी रेस तेज हो गई है।
गुरूवार देर रात पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी, भूपेंद्र हुड्डा समेत जी-23 के कुछ नेताओं ने कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा के आवास पर बैठक की। सूत्रों के मुताबिक इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पहले उभर रहे पूरी स्थिति पर चर्चा की। वहीं, आज सुबह खबर आई कि गांधी परिवार के वफादार और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो दिग्विजय सिंह और शशि थरूर के साथ इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है