आबादी की स्थिति को जानने वाला पहला राज्य है बिहारः तेजस्वी यादव

Tejashwi Statement on caste census
Tejashwi Statement on caste census: जातीय जनगणना को लेकर प्रदेश की सरकार अपनी पीठ थपथपाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पहले इसे एतिहासिक उपलब्धि बताया गया तो वहीं देश में जातीय जनगणना वाले पहले राज्य का तमगा मिलने की भी बात कही गई। इसी क्रम में प्रदेश उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार ऐसा पहला राज्य है जो अपनी आबादी की स्थिति को जानता है।
Tejashwi Statement on caste census: ‘खुशी की बात अन्य राज्य भी करने जा रहे यह काम’
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि हमारे पास साइंटिफिक आंकड़े हैं। अब पूरे देश में जातीय गणना की मांग हो रही है। खुशी है कि अन्य राज भी इस काम को करने जा रहे हैं। हालांकि यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना चाहिए था।
Tejashwi Statement on caste census: ‘केंद्र सरकार साफ नहीं कर रही जनगणना की स्थिति’
जनगणना का अधिकार भारत सरकार को है लेकिन हम लोग सर्वे कर सकते हैं। जनगणना के अधिकार में केवल एक कॉलम कास्ट का ही जोड़ना था लेकिन जनगणना 2021 में होनी थी और अभी 2023 खत्म होने वाला है। लेकिन अब तक कोई भी स्थिति साफ नहीं है कि कब तक जनगणना होगी।
नीतीश कुमार ने बताया था ऐतिहासिक क्षण
दो अक्टूबर को जब जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए गए थे तो नीतीश कुमार ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया था। उन्होंने कहा था कि हम सब इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह हैं।
विपक्षी पार्टियों ने उठाए थे सवाल
भाजपा नेता और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधऱी, सांसद सुशील कुमार सहित तमाम विपक्षियों नेताओं ने इस पर सवाल उठाए थे। बीजेपी का कहना था कि हम जनगणना का समर्थन करते हैं लेकिन यह सही तरीके से नहीं की गई है।
रिपोर्टः सुजीत कुमार, ब्यूरोचीफ़ बिहार
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