अशोक गहलोत ने ही करवाए सचिन पायलट, गजेंद्र सिंह शेखावत के फोन टैप- लोकेश शर्मा
Tape Recording case of Rajasthan: लोकसभा चुनावों के दौरान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ उन्हीं के OSD(officer on special duty) रहे लोकेश शर्मा ने बड़े आरोप लगाए हैं. इन आरोपों से फोन टैपिंग प्रकरण एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. वकौल लोकेश शर्मा अशोक गहलोत ने उनका इस्तेमाल किया और गहलोत ने ही कांग्रेस नेता सचिन पायलट और गजेंद्र सिंह शेखावत के फोन टैप करवाए. उन्होंने कहा कि गहलोत इन दोनों नेताओं की छवि को खराब करना चाहते थे. लोकेश ने कहा कि गहलोत अपने फायदे के लिए लोगों का इस्तेमाल करके उन्हें अकेला छोड़ देते हैं.
लोकेश शर्मा ने कहा कि बंदीवाड़े में रह रहे कई विधायकों के भी फोन टैप करवाए गए. तत्कालीन मुख्यमंत्री आवास पर इस बारे में चर्चा हुई कि कैसे सचिन पायलट और गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि को खराब किया जाए. 2020 के फोन टैपिंग मामले में खुलासा करते हुए लोकेश शर्मा ने कहा कि दिल्ली क्राइम ब्रांच द्वारा मुझसे कई दफा आठ से नौ घंटे तक पूछताछ की गई लेकिन मैं चुप रहा. जो व्यक्ति फोन टैपिंग के लिए जिम्मेदार है उसने मुझे बलि का बकरा बनने के लिए छोड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने ही उन्हें गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य लोगों की फोन रिकॉर्डिंग दी थी. मैंने पहले कह दिया था कि यह सोशल मीडिया से मिली है लेकिन सच यह है कि गहलोत ने ही मुझे पेन ड्राइव में गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेता भंवर लाल शर्मा की फोन रिकॉर्डिंग दी और इसे मीडिया में सर्कुलेट करने को कहा. यह आरोप सही नहीं है कि कांग्रेस को गिराने के पीछे बीजेपी का हाथ था.
वहीं उन्होंने कहा सचिन पायलट चाहते थे कि राज्य नेतृत्व की बात कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचे. इसी क्रम में जब सचिन और उनके करीबी विधायक ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलने की योजना बनाई तो उनके फोन टैप किए गए. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का खुलासा करते हुए उन्होंने अशोक गहलोत और खुद की बातचीत का एक कथित टैप भी सुनवाया. इस रिकॉर्डिंग में कथित बातचीत के दौरान गहलोत लोकेश शर्मा से पूछते हैं कि जिस फोन से मीडिया कर्मियों को रिकॉर्डिंग भेजी वो नष्ट हुआ कि नहीं. लोकेश जवाब देते हैं कि मैंने बताया था कि यह रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया से मिली है.
लोकेश का कहना है कि गहलोत ने उनका इस्तेमाल किया. उन्हें शक था कि मैंने रिकॉर्डिंग वाला फोन नष्ट नहीं किया है. इसके बाद मेरे कार्यालय पर 26 नवंबर 2021 को एसओजी द्वारा छापेमारी की गई. इसके बाद लोकेश ने प्रेस के सामने एक और रिकॉर्डिंग चला दी. इसमें कथित तौर पर गहलोत और भंवरलाल शर्मा की बातचीत थी.
लोकेश ने कहा कि मेरे पास जो भी सबूत हैं मैं उन्हें वर्तमान सरकार से साझा करने को तैयार हूं. लोकेश ने कहा कि वर्तमान सरकार को पूर्ववर्ती सरकार के दोहरे चरित्र का पता होना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना में उपकरण की खरीद में घोटाला हुआ. खनन घोटाला हुआ.
वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत की पूर्ववर्ती सरकार में शहरी और ग्रामीण खेलों में भ्रष्टाचार हुआ है. महिलाओं को फोन बांटने की योजना में घोटाला हुआ है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत चाहते थे कि उनके अलावा राजस्थान कांग्रेस में कोई और सीएम न बने. वहीं लोकेश ने आरोप लगाया कि जब वह तनोट माता मंदिर गए तो मुझसे फोन करके यह सुनिश्चित करने को कहा कि मीडिया इसे कवर करे, इसमें दिखाया जाए की वह शांति धारीवाल के आवास पर जमा विधायकों में से किसी को सीएम बनाना चाहते हैं, सचिन पायलट को नहीं.
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