दिल्ली में Air Pollution ख़तरनाक स्तर पर, केंद्र ने लागू किया ये एक्शन प्लान
दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर ‘सीवियर प्लस’ पर पहुंच चुका है, इसे देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से भी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.
उत्तर भारत के राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण काफ़ी ज़्यादा हो गया है. बीते कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर की हवा ज़हरीली बनी हुई है. ये हवा इतनी हर गुजरते दिन के साथ ख़तरनाक होती जा रही है. स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत पेश आ रही हैं. इसी तरह बढ़ प्रदूषण स्वस्थ्य प्रणाली पर गंभीर असर डाल सकती है.
सोमवार को सुबह आठ बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडक्स 500 के क़रीब गंभीर बना हुआ है. रविवार को ये शाम चार बजे 450 था.
केंद्र सरकार ने अपनी वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना यानी ग्रेडेड एक्शन प्लान के अंतिम चरण-IV के तहत सभी आपातकालीन उपायों को लागू करने का फ़ैसला लिया है.
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अनुसार, दिल्ली में 1 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रदूषण चरम पर रहेगा, इस दौरान पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या बढ़ेगी.