Uttarakhand: राज्य की 4 नदियों के लिए वन स्वीकृतियां 5 सालों के लिए रिन्यू

केंद्रीय वन मंत्रालय ने राज्य की चार नदियों की वन स्वीकृतियां 5 सालों के रिन्यू कर दी हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय वन मंत्री से मुलाकात कर इस संबंध में अनुरोध किया था। वन स्वीकृतियों के नवीनीकरण के लिए सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वन मंत्री का आभार जताया है।
प्रदेश की 4 नदियों गौला, शारदा, दाबका और कोसी की वन स्वीकृतियाँ आगामी पांच वर्षों के लिए नवीनीकृत कर दी गई हैं। केंद्रीय वन मंत्रालय ने वन स्वीकृतियां 5 सालों के लिए रिन्यू की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव से इस संबंध में मुलाकात की थी।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि इन पर्वतीय नदियों में मानसून के दौरान जमा उपखनिज,आरबीएम का चुगान, बाढ़ नियंत्रण के लिहाज से काफी अहम है। सीएम ने आरबीएम की उपलब्धता को सामान्य निर्माण कार्यों के लिए भी जरूरी बताया था। सीएम ने चुगान जारी रखने के लिए वन स्वीकृतियों की अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था।
मुख्यमंत्री के अनुरोध पर केंद्रीय वन मंत्रालय ने चारों नदियों के लिए वन स्वीकृतियों की अवधि पांच साल के लिए रिन्यू कर दी है। वन स्वीकृतियों की अवधि 5 साल बढ़ाए जाने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वन मंत्री का आभार जताया है। सीएम ने कहा है कि इन नदियों से होने वाले चुगान से आरबीएम की उपलब्धता हो सकेगी।
जो बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं। सीएम ने कहा कि धार्मिक और सामरिक लिहाज से जरूरी सड़क और रेल नेटवर्क के विस्तार के लिए आरबीएम की उपलब्धता रहेगी। नदियों में चुगान जारी रहने से नदी किनारे की वन और कृषि भूमि की सुरक्षा भी हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इससे लगभग 50 हजार स्थानीय लोगों और श्रमिकों को सार्थक रोजगार भी मिलेगा।
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