Uttar Pradesh: दुधवा टाइगर रिजर्व में क्यों हो रहीं बाघों की मौत ?
यूपी के जिला लखीमपुर खीरी जिले में जंगल के कोर जोन में पानी में एक बाघ का शव मिलने से हड़कंप मच गया, एक महीने के अंदर ये पांचवी मौत है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाघ की मौत को संज्ञान में लेकर वन मंत्री को जांच के आदेश दिये हैं। अब एक महीने में पांच बाघों की मौत होना कई सवाल खड़े करता है।
यूपी के जिला लखीमपुर खीरी जिले में शुक्रवार सुबह बाघ ने एक किसान को मार दिया तो दोपहर होते-होते दुधवा टाइगर रिजर्व से खबर आई कि जंगल के कोर जोन में एक बाघ का शव पानी में उतराता मिला है। दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंक्चुरी के मैलानी रेंज के कोर एरिया में बाघ का शव मिलने से हड़कंप मच गया है, सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाघ की मौत को संज्ञान में लेकर वन मंत्री को जांच के लिए दुधवा भेजा है।
पिछले एक महीने में ये पांचवी बाघ की मौत
दुधवा टाइगर रिजर्व और आसपास के इलाके में पिछले एक महीने में ये पांचवी बाघ की मौत है. इसके पहले एक और तेंदुए की मौत हो गई थी लगातार हो रही बाघ परिवार की मौतों से वन विभाग और दुधवा टाइगर रिजर्व के सुरक्षा इंतजामो पर सवाल खड़े हो रहे हैं वन विभाग के अधिकारी इस बाघ की मौत को भी इंफाइटिंग बता रहे हैं पर सवाल यह पैदा हो रहा है कि लगातार बाघ और तेंदुओं की मौत क्यों हो रही है ?
लगातार वन्यजीवों की मौत
लगातार वन्यजीवों की मौत से उनके सुरक्षा पर खड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। दुधवा टाइगर रिजर्व, बफर जोन और दक्षिण खीरी प्रभाव और बफर जोन को मिलाया जाए तो तीनों में ही पिछले 20 दिनों के अंतराल में ही तीन बाघों और दो तेंदुओं की मौत हो चुकी है।
दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन में 21 अप्रैल को एक बाघ की मौत हुई इसके बाद 31 मई को ही बफर जोन के निघासन रेंज में एक बाघ की मौत की खबर आई इसके तीन दिन बाद ही मैलानी रेंज के रामपुर धखैया गांव में एक बाघिन की मौत हो गई. इसके बाद तीन दिन ही बीते थे दक्षिण खीरी वन प्रभाग में एक तेंदुए का शव मिल गया वहीं इस मामले में डीएफओ संजय बिस्वाल का कहना है तेंदुआ मेल है. उम्र करीब तीन साल है. पोस्टमार्टम से मौत की वजह पता चलेगी।
सवाल इस बात को लेकर उठा रहे हैं कि, जब जंगल में शिकार की कमी नहीं है, न ही पानी की कमी है, ऐसे में बाघ भूख और प्यास से क्यों मर रहे हैं, इस समस्या के बावजूद कुछ समय में ही ऐसी घटनाएं घट रही है। बाघों को लेकर जो जानकारी सामने आई उसने वन्य जीव से जुड़े जानकारों को भी चौंका दिया है… इस विषय में IVRI और NTCA भी जांच कर रही है।