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UP: बरेली में निकाली गई ऐतिहासिक राम बारात

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उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में आज ऐतिहासिक रामबारात निकाली गई। इस मौके पर हजारों लोग भगवान राम के बारात के साक्षी बने। इस मौके पर जमकर हुरियारों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर मोर्चा लिया। रामबारात परंपरा मुताबिक बमनपुरी के नरसिंह मंदिर से पूजा अर्चना के बात निकली। बारात जैसे जैसे आगे आगे बड़ी तो बड़ी संख्या में राम बाराती शामिल होते गए। रामबारात में कैंट विधायक संजीव अग्रवाल के साथ शहर के कई दिग्गज भी शामिल हुए।

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बरेली जिला उन शहरों में शुमार रखता है जहां की होली विरासत के रूप में पहचान रखती है। यही वजह है कि होली के मौके पर कई विदेशी देशों से भी होली को देखने के लिए हर वर्ष अपने करीबियों के साथ बरेली पहुंचते है। बरेली में होली के मौके पर दुनिया की ऐतिहासिक और इकलौती रामलीला होती है। इसकी शुरुआत ब्रिटिश काल मे 1861 में शुरू हुई थी तबसे यहां लगातार रामलीला हो रही है और फागुन की पूर्णिमा यानी छोटी होली वाले दिन राम बारात निकाली जाती है। जो शहर के विभिन्न इलाकों से होकर निकलती है। इस दौरान पूरा शहर होली के रंगों में सराबोर हो जाता है। इस दौरान हुरयारे अपने मस्त अंदाज में दिखाई देते है।

शहर के वरिष्ठ पत्रकार के रूप में पहचान रखने वाले वाले जनार्दन आचार्य ने बताया कि बरेली के बमनपुरी से निकलने वाली ऐतिहासिक राम बारात है । यह पिछले 162 वर्ष से लगातार निकाली जा रही है। इसमें  देश के कोने कोने से लोग शामिल होते है। उन्होंने यह भी बताया कि बरेली की रामलीला होली वाली रामलीला के रूप में विश्व विख्यात है इसीलिए इसे वर्ल्ड हेरिटेज के नाम से भी जाना जाता है। 2008 में यूनेस्को ने इस रामलीला को वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल किया था।

2015 में बरेली की होली वाली रामलीला को विश्व धरोहर घोषित किया गया। यूपी सरकार के संस्कृति विभाग की ओर से हर वर्ष होली वाली रामलीला के लिए एक लाख रुपये की सहायता दी जाती है। बताया यह भी जाता है कि जब अंग्रेजो से जब बगावत चल रही थी तब उनसे मोर्चा लेने के लिए अंग्रेजो को मुंहतोड़ जबाब देने के लिए प्रभु श्रीराम की सेना बनाई गई। इसके बाद से बड़ी बमनपुरी में रामलीला का मंच शुरू हुआ। अंग्रेजो ने रामलीला को रुकवाने का प्रयास किया लेकिन वह इसमे सफल नहीं हो सके और 1861 में शुरू हुई ये रामलीला तब से निरंतर चली आ रही है।

कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने बताया कि बरेली की रामबारात अपने आप में ऐतिहासिक है। इससे बरेली की पहचान है। बरेली इस मौके पर बरेली वासियों के साथ रामलीला आयोजकों को शानदार आयोजन के लिए अपनी बधाई देते है।बता दे कि रामलीला का खास आयोजन राम बारात होती है। राम बारात फागुन की पूर्णिमा (छोटी होली) वाले दिन।

रिपोर्ट: रूपेंद्र कुमार

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