
कानपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा गड़बड़ी फैलाने की साजिश रचने के आरोप के आधार पर यूपी पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के संबंध समाजवादी पार्टी से हैं। इसी संदर्भ में भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर रैली के दौरान और शहर में दंगा भड़काने की कोशिश का आरोप लगाया है।
मगलवार को कानपुर में पीएम मोदी ने कानपुर मैट्रो का उद्घाटन किया। साथ ही एक रैली को भी संबोधित किया था।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी सपा पर आरोपों की झड़ी लगाई। उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी किस प्रकार से उस रैली को खत्म करने की साजिश, रैली में दंगा भड़काने और शहर में दंगा भड़काने की कोशिश कर रही थी।”
“कल जब प्रधानमंत्री जी ने रैली को संबोधित किया, उससे ठीक पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। उस वीडियो में भाजपा की एक कार थी, उसपर कुछ कमल के स्टिकर्स लगे हुए थे और प्रधानमंत्री जी का भी एक पोस्टर गाड़ी के पीछे लगा हुआ था।”
बीच चौराहे पर गाड़ी को रोककर लाल टोपी पहने हुए सपा के कार्यकर्ताओं ने उस गाड़ी को तोड़ दिया और उसमें आगजनी की कोशिश भी की गई। इस गाड़ी में जो लोग तोड़फोड़ कर रहे थे, उस समय सपा छात्र सभा के सचिव जिनका नाम अखबारों ने सचिन केसरवानी लिखा है वो भी वहां मौजूद थे।
“लेकिन बाद में पुलिस जांच और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पता चला कि ये गाड़ी भी भाजपा के कार्यकर्ता की नहीं थी बल्कि सपा छात्र सभा के दूसरे नेता अंकुर पटेल की गाड़ी थी। इस गाड़ी को भाजपा की गाड़ी के रूप में सजाया गया था।”