Advertisement

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में भूजल को नीचे जाने से रोकने के लिए किए जा रहे हर संभव प्रयास, जानें पूरी खबर

Share
Advertisement

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार भूजल को और नीचे जाने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी के अंतर्गत पंजाब सरकार ने निर्माण कार्यों, बाग़बानी और शहरी विकास कार्यों के लिए भूजल के प्रयोग पर पाबंदी लगाने का फ़ैसला किया है।

Advertisement

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्थानीय सरकार संबंधी मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने कहा कि बाग़बानी, कृषि और अन्य शहरी विकास कार्यों जैसे कि औद्योगिक क्षेत्र, निर्माण कार्य, फायर सर्विसिज़ और सडक़ों की सफ़ाई के कार्यों के लिए केवल ट्रीटेड वेस्ट वॉटर का फिर से प्रयोग किया जाए।

डॉ. निज्जर ने कहा कि कम से कम 10,000 लीटर या इससे अधिक के डिस्चार्ज वाली सभी इमारतों द्वारा रीसाईकल सिस्टम अपनाया जाए और रीसाईकल किए गए पानी को बाग़बानी और अन्य सभी शहरी विकास गतिविधियों के लिए फिर प्रयोग करना सुनिश्चित बनाया जाए।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सभी नगर निगमों और नगर काऊंसिलों द्वारा निर्माण एजेंसियों को टैंकरों/लॉरियों के द्वारा ट्रीटेड वेस्ट वॉटर सप्लाई करने की सुविधाएं तुरंत एस.टी.पी साईटों पर यू.एल.बीज द्वारा निर्धारित, पूर्व- निर्धारित चार्जिज़ के अंतर्गत मुहैया करवाई जाएँ। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय संस्थाओं द्वारा विभिन्न विकास कार्यों में ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के प्रयोग को प्रोत्साहित करना समय की ज़रूरत है।

उन्होंने कहा कि नगर निगम और नगर काऊंसिल निर्माण के और बड़े प्वाइंट्स तक पाईप-लाईन बिछाकर अतिरिक्त फिलिंग स्टेशन मुहैया करवाने की संभावना तलाशें। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रस्तावों के लिए फंड्ज़ शहरी स्थानीय इकाईयों के अपने बजट/राज्य योजनाओं से उपलब्ध करवाए जा सकते हैं।

मंत्री ने आगे कहा कि नगर निगम/नगर काऊंसिलों को रीसाइक्लिंग/दुबारा प्रयोग के लिए कम से कम 20 प्रतिशत ट्रीटेड वेस्ट वॉटर को फिर प्रयोग को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि यह यू.एल.बी. के वॉटर पल्स बनने और स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के अंतर्गत 5 स्टार/ 7- स्टार कूड़ा मुक्त शहर बनाने की पूर्व शर्त है।

कैबिनेट मंत्री ने सभी कमिश्नरों, म्युनिसिपल कॉर्पोरेशनों और ए.डी.सीज को हिदायत की है कि हर तिमाही के अंत में फिर इस्तेमाल किए गए ट्रीटेड वेस्ट वॉटर की मात्रा को दिखाती हुई तिमाही रिपोर्ट सरकार को भेजनी सुनिश्चित बनाई जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *