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Punjab News: सरावां गांव में किसानों और प्रशासन के बीच हुई झड़प, जानें क्या है पूरा मामला

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किसान नेताओं ने कहा कि अगर कब्जा छोड़ना है तो सिर्फ 22 एकड़ जमीन छोड़ें, 12 एकड़ जमीन पर कब्जा नहीं देंगे।

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पंजाब सरकार द्वारा पूरे पंजाब में पंचायती जमीन को कब्जे से मुक्त कराया जा रहा है। गुरदासपुर के सरावां गांव में 22 एकड़ पंचायती जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था, जिसमें से आज माननीय अदालत ने 12 एकड़ जमीन जब्त कर ली है। जिला प्रशासन को दिए जमीन छुड़ाने के आदेश सरावां गांव की पंचायती जमीन को छुड़ाने के लिए जब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा तो कब्जाधारियों और किसान नेताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमीन देने से इनकार कर दिया।

किसान नेताओं ने कहा कि अगर कब्जा छोड़ना है तो सिर्फ 22 एकड़ जमीन छोड़ें, 12 एकड़ जमीन पर कब्जा नहीं देंगे। पुलिस प्रशासन और किसान नेताओं के बीच काफी नोकझोंक के बाद प्रशासन को जमीन पर कब्जा किए बिना ही लौटना पड़ा।जब लोगों ने तहसीलदार की गाड़ी रोकी और जमीन न छोड़ने का कारण पूछा तो गाड़ी में बैठे तहसीलदार बिना जमीन पर कब्जा किए वापस लौट गए।

इस मौके पर गांव के मौजूदा सरपंच बलदेव सिंह ने कहा कि उन्होंने 12 एकड़ जमीन का केस हाईकोर्ट से जीत लिया है और आज प्रशासन इस 12 एकड़ जमीन पर कब्जा लेने आया है, लेकिन किसानों की नेताओं और कब्जाधारियों ने कब्जा करने से रोक दिया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हम 12 एकड़ जमीन का केस जीत चुके हैं लेकिन बाकी 10 एकड़ जमीन भी जल्द ही रिलीज कर दी जाएगी।

उक्त कब्जाधारी हरपाल सिंह ने कहा कि यह जमीन पंचायत की है, जिस पर हमारे पूर्वजों ने 1935 से कब्जा कर रखा था, जिसके बाद डीडीपीओ कोर्ट ने एक एकड़ जमीन हमारे पक्ष में कर दी, जिसके आधार पर जमीन पर हमारा कब्जा है। कोर्ट में गए, जिसके बाद हाईकोर्ट के ए.डी.सी. आदेश दिया और जमीन का फैसला करने को कहा, जिसके बाद फैसला हमारे पक्ष में हुआ। फैसला 22 एकड़ जमीन का था, जो 6 परिवारों के हिस्से की थी। उन्होंने बताया कि इन 6 परिवारों में से वर्तमान सरपंच का अपना परिवार भी शामिल है, लेकिन शिकायतकर्ता ने केवल 12 एकड़ जमीन पर ही केस दर्ज कराया है, बाकी 10 एकड़ जमीन पर केस दर्ज नहीं कराया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को पंचायती जमीन छोड़नी है तो एक बार ही 22 एकड़ जमीन छोड़ देनी चाहिए, उसके बाद वे अपनी जमीन भी छोड़ देंगे।

मौके पर पहुंचे बीडीपीओ बलजीत सिंह का कहना है कि हमें 12 एकड़ जमीन रिलीज करने का आदेश दिया गया है। जिसके बाद वे लोग जमीन छुड़ाने आये लेकिन इन लोगों ने जमीन नहीं छुड़ायी। उन्होंने कहा कि अभी तक जमीन नहीं मिली है और उनका विरोध किया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी और बाकी 10 एकड़ जमीन का भी पता लगाया जाएगा। और उससे बात की जा रही है कि जमीन भी मुक्त करायी जायेगी।

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