अरब सागर से आ रही नमी के कारण बदला मौसम
शहर के मौसम में फिर से ठंडक लौट आई है। न्यूनतम तापमान 23 डिसे नीचे दर्ज हुआ, जिसके कारण रात में ठंडक रही। एसी व कूलर चलाने की जरूरत नहीं पड़ी, जिससे शहर में बिजली की खपत दो लाख यूनिट तक घट गई है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिन में ठंडक रहेगी। इस कारण भीषण गर्मी से राहत रहेगी। अधिकतम तापमान 39 डिसे दर्ज हो सकता है।
वैसे अप्रैल के दूसरे व तीसरे सप्ताह में लू का असर रहता था, लेकिन इस बार मौसम वैसा ट्रेंड नहीं रहा है। बार-बार बादल छाने से तापमान 42 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा नहीं छू पाया। अब तक लू नहीं चल सकी। दिन में गर्मी बढ़ने की वजाए घटने लगी है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस (डिसे) पर आ गया। सामान्य से 3.5 डिसे कम रहा। तेज हवा के साथ शाम को बूंदाबांदी भी हुई, जिससे गर्मी से राहत मिल गई। इस कारण दिन में ठंडक की लौट आई। कूलर व एसी की जरूरत नहीं पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल के शेष बचे आठ दिनों में भी लू के आसार नहीं है। न भीषण गर्मी की संभावना दिख रही है।
जम्मू कश्मीर में लगातार पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं। अब तक चार पश्चिमी विक्षोभ आ चुकी है। इसकी वजह से राजस्थान में आधी व वर्षा का दौर चल रहा है। ग्वालियर-चंबल संभाग भी इससे प्रभावित हो रहा है।
- अरब सागर के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी से भी नमी आ रही है। यह नमी मध्य प्रदेश के ऊपर इकट्ठा हो रही है, जिससे पांच से छह दिन के अंतराल में मौसम बदल रहा है। बादल व वर्षा से तापमान नहीं बढ़ पा रहा है।
24 अप्रैल को नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसका असर 26 अप्रैल के आसपास देखने को मिलेगा। इस कारण महीने के अंत तक भी भीषण गर्मी नहीं होगी।
इन वर्षों में चली लू
- वर्ष 2016 में लू का प्रभाव रहा।
- 2017 में तीव्र लू का प्रभाव भी देखने को मिला था।
- 2018 व 2019 में अभी अप्रैल में लू का असर रहा।
- 2020 में बिना लू के अप्रैल विदा हुआ था।
2021 व 2022 में लू का प्रभाव मार्च से दिखने लगा था।