ISRO Mission: “कई लक्ष्य हैं कोई एक लक्ष्य नहीं लेकिन प्राथमिक लक्ष्य गगनयान’’, कोलकाता में बोले ISRO प्रमुख
ISRO Mission: इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बुधवार, 29 नवंबर को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) कई लक्ष्यों पर काम कर रहा है, लेकिन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान इसका प्राथमिक लक्ष्य है। कोलकाता में आयोजित वैश्विक उर्जा संसद 2023 के मौके पर कहा, “कई लक्ष्य हैं, यह एक लक्ष्य नहीं है. लेकिन अभी हमारा प्राथमिक लक्ष्य गगनयान है। किसी भारतीय को अंतरिक्ष में भेजो और सुरक्षित वापस लाओ. यह हमारा तत्काल बड़ा लक्ष्य है”।
ISRO Mission: 2025 में गगनयान मिशन
इसरो प्रमुख ने कहा, ‘’गगनयान मिशन का लक्ष्य 2025 में तीन दिवसीय मिशन के लिए मनुष्यों को 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर निचली पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके अंतरिक्ष में भेजना है। सोमनाथ ने कहा कि एजेंसी की योजना 2028 तक भारत के अंतरिक्ष स्टेशन का पहला मॉड्यूल स्थापित करने और 2035 तक इसे पूरा करने की है’’। अक्टूबर में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष एजेंसी से 2040 तक चंद्रमा पर एक मानवयुक्त मिशन का लक्ष्य रखने और 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने के लिए कहा।
सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला यान रास्ते में
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी 2024 के अंत तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को प्रशिक्षित करने में मदद करेगी। सोमनाथ ने कहा कि सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष-आधारित मिशन आदित्य एल1 अपने रास्ते पर है। उन्होंने कहा, “हमारी उम्मीद है कि यह 7 जनवरी तक लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) में प्रवेश कर जाएगा।” अंतरिक्ष यान को L1 के आसपास रखा जाएगा, जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है। उस क्षेत्र में रखे गए उपग्रह को बिना किसी ग्रहण के सूर्य को लगातार देखने का लाभ मिलेगा।
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