Jhansi में बड़े पैमाने पर हो रही थी अफीम की खेती, नष्ट किए गए 20 हजार पौधे

Jhansi: बबीना के खजराहा खुर्द गांव में एक बुजुर्ग अफीम पोस्ता की खेती करते हुए पकड़ा गया। लखनऊ से आई एनसीबी टीम ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर फसल को नष्ट कर दिया। आरोपी बुजुर्ग किसान के खिलाफ बबीना थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। इस दौरान यहां लगे कुल 20075 पौधों को पूरी तरह खत्म कर दिया।
ये है पूरा मामला
खजराहा बुजुर्ग मजरा रामपुर निवासी स्वामी कैलाश के नाम पर गाटा संख्या 414 पंजीकृत है। इस गाटा की करीब 275 वर्ग मीटर भूमि पर पिछले बीस साल से खजराहा खुर्द निवासी राम सिंह (76) पुत्र पन्ना लाल खेती करता है। अभी तक गेहूं आदि की फसल लगाता था लेकिन, तीन महीने पहले उसने अलग पौधों की बुवाई की थी। अब उसमेें फूल आने लगे। यह फूल देखकर गांव के ही कुछ लोगों को शक हुआ। इन लोगों ने पुलिस को बताया। पुलिस ने जब जांच-पड़ताल की तब यह पौधे पोस्ता अफीम के मिले। इसके बाद बुधवार को लखनऊ से आई टीम के साथ बबीना पुलिस भी यहां पहुंच गई।
उसने खेत के भीतर बने एक कमरे से राम सिंह को पकड़ लिया। राम सिंह ने भी इसे पोस्ता अफीम के पौधे बताए। इसके बाद राजस्व एवं एनसीबी टीम ने वहां लहलहा रही पूरी फसल को नष्ट कर दिया। पुलिस के मुताबिक पौधों की कुल अनुमानित लागत करीब एक करोड़ के करीब है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह के अलावा एनसीबी टीम के मनोज सिंह, सुरेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार भानुप्रताप सिंह, लेखपाल ओम प्रकाश समेत अन्य उपस्थित रहे।
रक्सा में भी पकड़ी जा चुकी खेती
रक्सा के अमरपुर गांव में भी 8 मार्च को अफीम पोस्ता के 92743 बरामद हुए थे। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपये आंकी गई थी। इससे पहले ललितपुर के विरधा और पूरा कलां में भी बड़े पैमाने पर अफीम की खेती पकड़ी जा चुकी है। इस मामले में भी मुकदमे लिखाए गए थे।
झांसी से अमित सोनी की रिपोर्ट
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