Madhya Pradesh: एमपी में ‘कमल का फूल ही होगा चेहरा’ – कैलाश विजयवर्गीय
आने वाले समय में एमपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से चेहरा कौन होगा इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है। बीजेपी अपनी रैलियों में सीएम से ज्यादा पीएम मोदी का नाम लेती है। क्या मध्यप्रदेश में मामा का जलवा कम हो गया है। दरअसल, प्रचार अभियान में भी सीएम से ज्यादा बड़ी तस्वीर पीएम मोदी की लग रही है। बीजेपी खुलकर 2023 में सीएम पद का चेहरा कौन होगा, इस पर नहीं बोल रही है। इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सस्पेंस बढ़ा दिया है। दरअसल, वह अलग-अलग क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में जा रहे हैं। और वहां वह पार्टी कार्यकर्ताओं को बता रहे हैं कि कमल फूल ही चुनाव में चेहरा होगा।
बता दें कि सागर के बाद गुरुवार को कैलाश विजयवर्गीय ने उज्जैन में भी यह बात दोहराई है। उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनाव, 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमी फाइनल है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से यह कहा कि हमारा उम्मीदवार कौन होगा? यह भूलकर सिर्फ पार्टी के लिए काम करें। व्यक्ति नहीं कमल का फूल ही हमारा उम्मीदवार होगा। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कुछ दिन पहले तक कैलाश विजयवर्गीय यही कहते रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान ही सीएम रहेंगे। वह अब चेहरा के रूप में उनका नाम क्यों नहीं ले रहे हैं।
कौन होगा 2023 में पार्टी का चेहरा यह सस्पेंस बीजेपी में लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं केंद्रीय संगठन ने चुनाव की तैयारियों को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया है। गृह मंत्री अमित शाह लगातार यहां तैयारियों को मॉनिटर कर रहे है। एक महीने में वह तीन बार मध्यप्रदेश आ चुके हैं। बीजेपी के केंद्रीय नेता अपनी रैलियों में पीएम नरेंद्र मोदी के काम को ही गिनाते हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी का राजनैतिक सफर जनसंघ से शुरू हुआ है। आज बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है तो इसके पीछे विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले हमारे हजारों लोगों का त्याग और समर्पण छिपा है। उन्होंने कहा कि जो कभी न पार्षद बनें, न विधायक बनें, न सांसद बनें। सिर्फ विचारधारा आगे बढ़े और राष्ट्र परम वैभव पर पहुंचे। इसके लिए हमारे मातृ संगठन के लोग दिन रात एक कर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी राजनैतिक यात्रा कुर्सी के लिए नहीं देश के लिए करती है। आने वाले विधानसभा चुनाव में विधानसभा के हर बूथ पर बीजेपी विजयी हो इसकी जिम्मेदारी प्रत्येक कार्यकर्त्ता की है।
इसी बीच पूर्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का बयान सामने आया कि बीजेपी अपने वर्तमान सीएम को साइडलाइन कर रही है। उनके इसी बयान के बाद कैलाश विजयवर्गीय लगातार घूम-घूमकर कह रहे हैं कि पार्टी का चेहरा कमल का फूल है। बीजेपी महासचिव के इस बयान से एमपी में सस्पेंस बढ़ता जा रहा हैऔर एक कंफ्यूजन की स्थिति बन गई है। बीजेपी ने अभी तक किसी का नाम नहीं लिया है।
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को ‘बूढ़ा’ और ‘जासूस’ कह दिया। विजयवर्गीय के इस तरह के बयान से कांग्रेस बिफरी हुई है और इस बयान से मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है। वहीं कांग्रेस नेता राकेश यादव ने कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने एक लिखित बयान में कहा कि पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के लिए अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी करके बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के संस्कारों और संस्कृति का ओछापन सामने आया है। राकेश सिंह यादव ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान को ऐसी असभ्य भाषा को लेकर माफी मांगनी चाहिए। बंगाल में चारो खाने चित्त होने के बाद से कैलाश विजयवर्गीय का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
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