Ujjain में होगा कचरे का निपटारा, 3R तकनीक से किया जाएगा रिसाइकिल

Ujjain Waste Recycle
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) में अब प्रदेश का पहला जीरो वेस्ट मंदिर परिसर बनेगा। मंदिर से रोजाना निकलने वाले कूड़ो को 3R तकनीक से रिसाइकिल कर खाद बनाया जाएगा। आपको बता दें कि परिसर के आस पास बने गार्डन में इस खाद का इस्तेमाल किया जाएगा।
उज्जैन में रोजाना करीब 60 हज़ार से भी अधिक श्रृद्धालु दर्शन करने आते हैं। साथ ही सोमवार एवं त्यौहारों जैसे विशेष अवसर पर इनकी संख्या बढ़कर 1.5 लाख तक हो जाती है, जिसके बाद परिसर से काफी मात्रा मे कूड़ा निकलता है। इसके समाधान के लिए मंदिर परिसर ने अब 3R टेक्निक अपनाई है।
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आपको बता दें कि मंदिर ट्रस्ट से जुड़े संदीप सोनी का इस पर बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि हमने परिसर के आस-पास के दुकानदारों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इससे पहले मंदिर परिसर के कूड़े को नगर निगम के प्रोसेसिंग प्लांट में भेज कर, उसका खाद बनाया जाता था। एक साथ पूरा कचरा ना जा पाने के कारण अब महाकाल परिसर के आस-पास ही Organic waste to compose (OWC) प्लांट लगाया जाएगा। मंदिर प्रशासन 3R टेक्निक से गीले और सूखे कूड़े का खाद बनाकर उसका इस्तेमाल गार्डन को हरा-भरा करने में करेगी।
Ujjain मंदिर में इकट्ठा होता है इतना क्विंटल कूड़ा
फैक्ट्रीयों और घरों से निकलने वाले वेस्ट मटेरिय़ल और मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले फूलों को reduce, reuse और recycle करके दोबारा उपयोग में लाया जाएगा। मंदिर समिती ने बताया कि परिसर के अन्न क्षेत्र में रोज़ाना हज़ारों भक्त प्रसादी ग्रहण करने आते है, जहां से करीब 6 क्विंटल से भी अधिक कूड़ा निकलता है।