आम आदमी पार्टी ने नूंह हिंसा पर उठाए सवाल, क्या हिंसा के पीछे मुख्यमंत्री का हाथ?
हरियाणा के नूंह में बीते कुछ दिनों पहले साम्प्रदायिक दंगे हुए थे। जिसे लेकर हरियाणा की मनोहरलाल सरकार पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। इसी सिलसिले में अब हरियाणा की आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने भी मनोहरलाल सरकार से तीखे सवाल पूछे हैं।
अनुराग ढांडा ने कहा भारतीय जनता पार्टी को हरियाणा के लोग सिरे से नकार रहे हैं। हरियाणा के लोग बीजेपी से नफरत करने लगे हैं। बीजेपी दंगो का षडयंत्र रचकर समाज को बांटना चाहती है और नफरत फैलाकर राजनीति करना चाहती है।
बीजेपी नफरत खुद फैलाती है, आरोप बेगुनाहों पर ड़ाल देती है
अनुराग ढांडा ने कहा कि बीजेपी खुद देश में नफरत फैलाती है, दंगे करवाती है और फिर बेगुनाहों पर झूठी एफआईआर कराती है। उन्होंने बताया की आम आदमी पार्टी के जावेद अहमद के खिलाफ बीजेपी ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई और उन्हें नूंह मामले में दोषी बनाया जा रहा है। जबकी जिस समय नूंह की घटना हुई, उस वक्त जावेद अहमद उस जगह से 100 किलोमीटर दूर थे, जिसके जावेद अहमद के पास सबूत भी मौजूद हैं।
जावेद अहमद पर लगे आरोपों को अनुराग ढांडा ने सिरे से नकारा और कहा जावेद के पास उनके नूंह में ना होने के पर्याप्त सबूत हैं, वें बेगुनाह हैं, चाहे जांच कर ली जाए।
जानकारी छुपाकर क्या दंगा चाहते थे मुख्यमंत्री?
मनोहरलाल सरकार के घेरते हुए अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि सीआईडी ने दस दिन पहले ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल को इन दंगो की सूचना दे दी थी। सीआईडी ने अंदेशा जताया था ऐसी दुर्घटना हो सकती है। किंतु मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सीआईडी ने उन्हें और पुलिस को कोई ऐसी जानकारी नहीं दी।
इसपर अनुराग ढांडा ने सवाल करते हुए कहा, क्या जानकारी छुपाकर मुख्यमंत्री इस दंगे को करवाना चाहते थे ? क्या नूंह में हुई हिंसा में मुख्यमंत्री का हाथ है? इसकी जांच होनी चाहिए।
ढांडा ने ये भी कहा कि क्यों मुख्यमंत्री ने दंगे वाले दिन नूंह जिले के 100 से अधिक पुलिस कर्मियों को वीआईपी ड्यूटी पर दूसरे जिले में तैनात किया ? इन सभी बातों की गहनता से जांच होनी चाहिए।