केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के अंदर के प्रदूषण को काबू करने के लिए उठाए पांच सख्त कदम, जल्द मिलेगी दिल्ली वालों को राहत: गोपाल राय
नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों को प्रदूषण से यथा शीघ्र राहत प्रदान करने के लिए पांच सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में दिल्ली सचिवालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिए गए।
प्रदूषण को काबू करने के लिए दिल्ली सरकार ने उठाए पांच सख्त कदम
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के अंदर के प्रदूषण को कम करने के लिए 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपेन बर्निंग कैंपेन चलाया जाएगा। 10 विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इन विभागों ने 550 टीमें गठित की हैं, जिसमें 304 टीमें दिन में और 246 टीमें रात में पेट्रोलिंग कर ओपेन बर्निंग के मामलों को रोकेंगी। साथ ही,ग्रेप के तहत संबंधित विभागों को दिल्ली में डीजल जेनसेट व कोल भट्ठियां बंद करने, मेट्रो व बस के फेरे बढ़ाने और आरडब्ल्यूए से गार्डों को हीटर दिलाने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली के प्रदूषण थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी यह बहुत खराब की श्रेणी में है- गोपाल राय
गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे सभी विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के उपरांत उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर दिवाली के बाद से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा था। दिल्ली में दिवाली के बाद जो प्रदूषण बढ़ा, उसका मुख्य रूप से कारण दिवाली के दिन जलाए गए पटाखों और दिल्ली के आसपास के राज्यों खासतौर से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जलाई जा रही पराली का धुंआ है। पटाखे और पराली के धुंए की वजह से दिल्ली के उपर एक स्मॉग की चादर छाई हुई है। अभी भी पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की घटनाएं लगातार जारी है। हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से निवेदन किया था कि उनके नेतृत्व में राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की एक संयुक्त बैठक की जाए।
कहीं भी खुले में कूड़ा जलता हुआ देखें, तो दिल्ली ग्रीन एप पर अवश्य करें शिकायत- गोपाल राय
आगे उन्होनें कहा कि बैठक में मुख्य तौर पर हमने 5 निर्णय लिए हैं, जिससे दिल्ली के अंदर प्रदूषण को कम करने की लड़ाई को और तेज कर सकें। दिल्ली के अंदर मुख्य रूप से धूल का प्रदूषण, वाहनों का प्रदूषण, खुले में जलाए जा रहे कूड़े और पराली अगर जलती है, तो उससे प्रदूषण बढ़ता है। मुख्य रूप से यह चार स्रोत हैं, जो दिल्ली में प्रदूषण को बढ़ाते हैं। आज हमने निर्णय लिया है कि दिल्ली के आसपास के राज्यों मे जलाई जा रही पराली को हम अभी नहीं रोक पा रहे हैं, लेकिन दिल्ली के अंदर जगह-जगह जो खुले में कूड़ा आदि जलाया जा रहा है, उसको रोकने के लिए हम पूरे दिल्ली के अंदर 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपेन बर्निंग कैंपेन लांच कर रहे हैं।