Delhi-NCR: राजधानी दिल्ली में सांस लेना हुआ दुश्वार, प्रदूषण ने किया लोगों का जीना हाराम
Delhi-NCR में घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। यहां सांस लेने पर भी विचार करना पड़ेगा। दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में समझ नहीं आ रहा है की सांस लेकर खुद को नुक्सान पहुंचायेंगे या सांस ना लेकर। वैसे तो यहां हमेशा ही प्रदूषण रहता है, लेकिन अक्टूबर से नवंबर तक प्रदूषण काफी अधिक होता है।
लोगों पर आई मुसिबत
बताया जा रहा है कि सर्दी के तीन महीने तक प्रदूषण रहने की संभावना होती है, जिसमें 1 नवंबर से 15 नवंबर तक सबसे अधिक प्रदूषण होता है। ऐसे में अगर आप अनुमान लगाते हैं तो आपको 15 नवंबर तक प्रदूषण का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि, अभी किसी भी परिस्थिति का विवरण देना मुश्किल हो सकता है। लोगों को काफी समस्य़ा का सामना करना पड़ सकता है।
दिल्ली-NCR में कल AQI का अस्तर 350
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, “1 नवंबर से अगले 15 से 20 दिन अधिक प्रभावशाली हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान हैं कि तापमान गिर रहा है और हवा की गति में कमी हो गई है, इसलिए प्रदूषक का स्तर भी निचले स्तर पर आ रहा हैं। इसके साथ ही Air Quality Index (AQI) कल लगभग 350 था। दिल्ली में 13 हॉटस्पॉट पर चल रहा है जिसकी वजह से हालात काफी नियंत्रण में हैं। वाहन प्रदूषण की मात्रा कुछ हॉटस्पॉट पर अधिक है।
एक्यूआई में लगातार बढ़ोत्तरी
राजधानी दिल्ली के प्रदूषण नियंत्रण समिति (DCPC) द्वारा 2018 से 2023 तक किये गये एक अध्ययन से पता चलता है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का AQI 400 के पार चला गया है, जो एक खराब स्तर है। सीपीसीबी के आंकड़ों को समझने की कोशिश करने पर, राजधानी की स्थिति इस समय बहुत खराब है। Delhi-NCR का एक्यूआई पिछले पांच दिनों से लगातार बढ़ रहा है।