Delhi: पत्रकारिता पर आतंकवाद जैसा मुकदमा नहीं हो दर्ज, मीडिया समूह की कोर्ट से गुजारिश
Journalists Before Supreme Court: न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकार और लेखक के आवास पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की छापेमारी और उनको हिरासत करने के मामले में अब एक नया मोड़ आया है। मीडिया समूहों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड को पत्र लिखकर उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की जब्ती की मानदंड तय करने की मांग की। मीडिया समूहों ने पत्र लिखकर कहा कि पत्रकारिता पर आतंकवाद जैसा मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है। बता दें, मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है।
मामला में न्यायपालिका करें हस्तक्षेप
बता दें, ‘न्यूज़क्लिक’ से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के आवासों पर दिल्ली पुलिस की सिलसिलेवार छापेमारी के बाद, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और कई अन्य मीडिया संगठनों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर न्यायपालिका से जरूरी कदम उठाने को कहा है। मीडिया समूह ने पत्र के माध्यम से कहा कि मीडिया के खिलाफ जांच एजेंसियों के दमनकारी उपयोग को समाप्त करने की मांग की। पत्र के माध्यम से कोर्ट से गुजारिश किया गया कि देश में प्रेस की स्वतंत्रता को बचाया जाए।
UAPA कानून के तहत 2 पत्रकार की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें, मंगलवार, 03 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल न्यूज़क्लिक पोर्टल से जुड़े 45 पत्रकार और लेखक के घर पर छापेमारी की थी। जिसमें 2 सदस्यों को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था। न्यूज़क्लिक पर चीन से फंड लेने का आरोप है।
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