‘सिसोदिया को बदनाम करने के लिए झूठ फैला रही भाजपा’, आतिशी का BJP पर हमला
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया, उनकी पत्नी और कुछ अन्य की 52 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क करने की जानकारी दी। दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मामले में सिसोदिया हिरासत में हैं। इसको लेकर आम आदमी पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर है। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने झूठ फैलाने का आरोप लगाया है।
आतिशी ने कहा है कि ईडी के दस्तावेजों के मुताबिक सिसोदिया के पास 81 लाख रुपये मूल्य की संपत्ति है। उन्होंने कहा, भाजपा यह कहकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बारे में झूठ फैला रही है कि ईडी ने आबकारी नीति मामले में सिसोदिया की 52 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है जबकि ईडी के दस्तावेज में कहा गया है कि सिसोदिया की कुल संपत्ति सिर्फ 81 लाख रुपये की है।
आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि सिसोदिया को बदनाम करने का प्रयास” कर रही है और कहा कि उनकी (आप) पार्टी केंद्र और उसकी एजेंसियों से नहीं डरती। उन्होंने कहा, भाजपा मनीष सिसोदिया की छवि को खराब करना चाहती है क्योंकि वह (सिसोदिया) अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने दिल्ली में हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराई है। उन्होंने कहा, भाजपा को यह समझना चाहिए कि ‘आप’ उनसे (भाजपा) और उसकी एजेंसियों से नहीं डरती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को सिसोदिया और उनके परिवार से माफी मांगनी चाहिए।” दस्तावेज दिखाते हुए आप की वरिष्ठ नेता ने कहा, ”सिसोदिया के पास 81 लाख रुपये की संपत्ति है, जिसमें 11.50 लाख रुपये उनके बैंक खाते में, 2005 में पांच लाख रुपये में खरीदा गया एक फ्लैट और 2018 में 65 लाख रुपये में खरीदा एक अन्य फ्लैट शामिल है।
आतिशी ने किया ट्वीट
आतिशी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो साझा किया। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘भाजपा, मनीष सिसोदिया जी को बदनाम करने के लिए झूठ का एक नया पुलिंदा लेकर आई है। ED के ख़ुद के कागजों के मुताबिक़, मनीष जी के पास सिर्फ़ ₹81 लाख की संपत्ति है, जिसमें ₹11 लाख एक बैंक अकाउंट में, एक ₹5 लाख का फ्लैट और एक ₹65 लाख का फ्लैट है। दोनों फ्लैट एक्साइज पॉलिसी के बनने के वर्षों पहले ख़रीदे गये थे, तो इन्हें तथाकथित घोटाले से कैसे जोड़ सकते है?’
उन्होंने लिखा कि ‘झूठे आरोप लगाने के पहले इन्हें अपने ही कागज पढ़ लेने चाहिए थे। झूठ फैलाने के लिए, इनकी पूरी पार्टी और प्रधानमंत्री जी को मनीष सिसोदिया जी से माफ़ी माँगनी चाहिए।’