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सीवीसी आयुक्त ने आश्वासन दिया कि घोटाले की जांच 3 महीने में पूरी करके दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ की जाएगी कार्यवाही – चौ0 अनिल कुमार

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा 1000 बसों की खरीद में हुए 4288 करोड़ का घोटाला और बसों के मेन्टेनेन्स के लिए हुए 3413 करोड़ के टेंडर में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने केन्द्रीय सर्तकता आयोग के आयुक्त सुरेश एन. पटेल से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के साथ पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त, अली मेंहदी, पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज व लीगल एवं मानव अधिकार विभाग के चैयरमेन एडवोकेट सुनील कुमार, परवेज आलम भी मौजूद थे।

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प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने बताया कि केन्द्रीय सर्तकता आयोग आयुक्त ने प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और प्रदेश कांग्रेस की अपील पर पूर्ण आश्वासन दिया कि आपकी शिकायत की 3 महीने में जांच पूरी की जाऐगी तथा जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि सीवीसी आयुक्त ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की बात गौर से सुना जांच के आदेश जल्द की करने की बात भी कही। उन्होंने बताया कि हमने दिल्ली सरकार के डीटीसी बस खरीद और मेन्टेनेन्स घोटाले के खिलाफ अपनी शिकायत अपील के साथ तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट, 1000 बसों के लिए टेंडर, एएमसी टेंडर, डीटीसी बोर्ड रिसोलुशन की कॉपी, सहित भ्रष्टाचार के सभी संबधित पुख्ता दस्तावेज भी आयुक्त महोदय को सौंपे।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा 1000 लो-फ्लोर बसों की खरीद के अलावा उसकी मेंटेनेन्स के 3413 करोड़ के टेंडर में भ्रष्टाचार के चलते एक बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस तब तक चुप नही बैठेगी जब तक बस घोटाला दोषियों की सजा नही हो जाती। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि  मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल 1000 लो-फ्लोर डीटीसी बस खरीद और मेंटेनेन्स टेंडर में हुए भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराऐ। उन्होंने कहा कि कुछ समय के दौरान ही टेंडर प्रक्रिया में बदलाव करके प्रति बस 2 लाख कीमत बढ़ाकर 87.5 लाख के अनुसार 1000 बसों की खरीद का टेंडर किया गया, जिसमें 20 करोड़ की अतिरिक्त राशि भ्रष्टाचार के लिए बसों की खरीद पर बढ़ा दी गई, क्या केजरीवाल इस बढ़ोत्तरी पर जवाब देंगे?

चौ0 अनिल कुमार ने अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार की कार्यशैली सवाल उठाते हुए कहा कि बस खरीद टेंडर में 3 वर्षों की मेंटेनेन्स की वांरटी होने के बावजूद दिल्ली सरकार ने 3413 करोड़ का मेंटेनेन्स टेंडर क्यों निकाला? उन्होंने कहा कि सीवीसी इसकी भी जांच करें कि टेंडर प्रक्रिया में शामिल दोनो कम्पनियों को बस खरीद की राशि और टेंडर की एएमसी की शर्तां की पहले से ही जानकारी थी और बस टेंडर फाईनल हुए बिना ही एएमसी टेंडर प्रक्रिया कैसे शुरु हुई तथा बस खरीद और मेंटेनेन्स की के अलग-अलग टेंडर क्यों निकाले गए।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि बस खरीद और मेंटेनेन्स घोटाले में हुए भ्रष्टाचार में आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनो पार्टियों के नेता शामिल है। भाजपा विधायकों ने ए.सी.बी. के पास शिकायत केवल इसलिए की क्योंकि उन्हें घोटाले की लूट का पैसा नही मिला। भाजपा विधायक आपसी अरोप प्रत्यारोप और दिखावे लिए ही घड़ियाली आंसू बहा रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता जानती है कि अरविन्द केजरीवाल और भाजपा मिलीभगत से पिछले 7 वर्षों में दिल्ली की परिवहन व्यवस्था ध्वस्त हो गई और परिवहन व्यवस्था की बर्बादी के लिए आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनो बराबर की दोषी है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्र अरविन्द केजरीवाल और भाजपा ने डीटीसी बस खरीद व मेंटेनेन्स घोटाले पर उपराज्यपाल के द्वारा तीन सदस्यीय समिति केवल जांच के नाम पर खाना पूर्ति के लिए बनाई गई, क्योंकि समिति ने केवल मेंटेनेन्स टेंडर से जुड़े 5 बिंदुओं पर ही जांच को केन्द्रित रखा गया। जांच में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आने पर केवल समिति ने कांट्रेक्ट रद्द दिया। इसकी विस्तृत जांच के आदेश नही दिए और न ही संलिप्त नेताओं, अधिकारियों के खिलाफ कोई आदेश दिए गए। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि डीटीसी बस खरीद व मेंटेनेन्स घोटाले की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए और मोदी सरकार डीटीसी बस खरीद और मेंटेनेन्स घोटाला की विस्तृत जांच के आदेश जारी करे।  रिपोर्ट- ज्योति सिंह

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