
मुंबई पर छाया लेप्टोस्पायरोसिस का खतरा, बीएमसी ने साफ-सफाई रखने की दी सलाहदेशभर में मानसून चल रहा है, मुंबई में भारी बारिश के बीच लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों में लगातार इज़ाफा हो रहा है। कुछ ही दिनों पहले मुंबई की बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने चेतावनी जारी की थी कि लेप्टोस्पायरोसिस के मामलें आने वाले समय में बढ़ सकते हैं। जो अब बढ़ते नज़र आ रहें हैं।
क्या होता है लेप्टोस्पायरोसिस?
लेप्टोस्पायरोसिस एक तरह का बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, जो लेप्टोस्पाइरा जीनस के बैक्टीरिया के कारण होता है। यह इंसानों और जानवरों दोनों को संक्रमित कर सकता है। कुछ मरीजो में इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो कई मरीजों में इसका एक भी लक्षण नज़र नहीं आता। लेप्टोस्पायरोसिस कोई मामूली बीमारी नहीं है, इसका समय पर इलाज न होने से किडनी, लिवर और सांस संबंधी समस्याएं हो सकती है।
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण क्या हैं?
लेप्टोस्पायरोसिस से संक्रमित व्यक्ति में कुछ सामान्य लक्षण देखने को मिलते हैं, जिसमें तेज बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी होना, पीलिया, लाल आंखें, पेट में दर्द, दस्त, आदि शामिल हैं।

जबसे महाराष्ट्र में जून महीने से बारिशें शुरू हुई, उसके बाद से ही लेप्टोस्पायरोसिस बीमारी के मामले भी सामने आने लगे हैं। बीएमसी ने लेप्टोस्पायरोसिस के फैलाव को रोकने के लिए आम लोगों को रुके हुए पानी में ना जानें और अपने आसपास साफ-सफाई रखने की सलाह दी है।
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