Advertisement

टीम इंडिया ने 1996 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल की शिकस्त का हिसाब श्रीलंका से किया चुकता

Share
Advertisement

मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, विराट कोहली, शुभमन और श्रेयस के बूते भारत ने लंका दहन कर दिया है। इसी के साथ 1996 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल की शर्मानाक हार का हिसाब चुकता कर दिया है। श्रीलंका को 302 रन से रौंद कर भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाला पहली टीम बन गई है।

Advertisement

 भारत ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 357 रन बनाए। जवाब में 19.4 ओवर में श्रीलंका को 55 पर समेट दिया। मोहम्मद शमी ने 8 ओवर में 1 मेडन के साथ 18 रन देकर 5 विकेट चटकाए। मोहम्मद सिराज ने 7 ओवर में 2 मेडन के साथ 16 रन देकर 3 शिकार किए। बुमराह और जडेजा को 1-1 सफलता मिली। भारत के 7 मैच में 7 जीत के साथ 14 अंक हो गए हैं। उसका नेट रनरेट +2.102 है।

अब भारत की अगली भिड़ंत 5 नवंबर को साउथ अफ्रीका से होगी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। मदुशंका ने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर रोहित शर्मा को 4 के निजी स्कोर पर बोल्ड कर श्रीलंका को सपने सरीखी शुरुआत दी। दूसरे विकेट के लिए शुभमन गिल और विराट कोहली ने 178 गेंद पर 189 रन जोड़े। दोनों ही बल्लेबाजों ने लंकाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया।

 एक वक्त को तो लगा कि प्रिंस और किंग का शतक हर हाल में पक्का है। तभी बीच में मदुशंका आ गए। सबसे पहले शुभमन ने मदुशंका के तीसवें ओवर की अंतिम धीमी गेंद पर विकेटकीपर को कैच दिया। उन्होंने 92 गेंद 11 चौकों और 2 छक्कों के साथ 92 रन बनाए। मदुशंका के 32वें ओवर की तीसरी धीमी गेंद पर विराट शॉर्ट कवर्स को कैच दे बैठे। उन्होंने 94 गेंद पर 11 चौकों के साथ 88 रन बनाए। एक ही झटके में भारत के दोनों सेट बल्लेबाज हवेली का लौट चुके थे।

अब जिम्मेदारी उस खिलाड़ी के कंधों पर थी, जिसके लिए यह मैच आखिरी मौका माना जा रहा था। वानखेडे के लोकल बॉय… श्रेयस अय्यर। शॉर्ट पिच गेंदबाजी से परेशान चल रहे श्रेयस अय्यर ने इस मैच में आतिशी बल्लेबाजी की। श्रेयस अय्यर ने 56 गेंद पर 3 चौकों और 6 छक्कों के साथ 82 रन कूटे। उनका स्ट्राइक रेट 146.43 रहा। श्रेयस अय्यर के अलावा रवींद्र जडेजा ने 24 गेंद पर 1 चौके और 1 छक्के की सहायता से 35 रन बनाए। मदुशंका के 42वें ओवर की तीसरी गेंद पर सूर्यकुमार यादव पुल शॉट खेलना चाहते थे, गेंद सूर्या के ग्लव से लगकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई।

सूर्यकुमार यादव ने 12 रन बनाए। भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 357 रन जड़ दिए। जवाब में बुमराह ने पारी की पहली ही गेंद पर पाथुम निशंका को गुड लेंथ इनस्विंगर पर LBW कर दिया। श्रीलंका को बगैर खाता खोले पहला झटका लग गया। मोहम्मद सिराज ने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर करुणारत्ने को प्लम्ब LBW किया। फुलर लेंथ गेंद पर सिराज को लेट स्विंग मिला। करुणारत्ने का भी खाता नहीं खुला। मोहम्मद सिराज के दूसरे ओवर की पांचवीं शॉर्ट गेंद पर समरविक्रमा थर्ड स्लिप में श्रेयस अय्यर को कैच दे बैठे। समरविक्रमा भी बिना रन बनाए लौटे। मोहम्मद सिराज के चौथे ओवर की पहली बैक ऑफ लेंथ गेंद टप्पा खाने के बाद अंदर की तरफ आई। कुसल मेंडिस बैक फुट पर बीट हो गए और उनका ऑफ स्टंप उखड़ गया। मेंडिस ने बनाए 1 और स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 3 रन।

अभी तो मोहम्मद शमी का आना बाकी था। दसवें ओवर में शमी पहली बार आए और तीसरी गेंद लेंथ बॉल आउटसाइड ऑफ डाली। असलंका ने ड्राइव करने का प्रयास किया, लेकिन गेंद को नीचा नहीं रख सके। वह बैकवर्ड पॉइंट के हाथ कैच देकर लौटे। उन्होंने 24 गेंद पर 1 रन बनाए। मोहम्मद शमी की अगली फुलर लेंथ गेंद टप्पा खाने के बाद बाहर की तरफ जा रही थी। हेमन्था ने इसे पुश करने का प्रयास किया और विकेटकीपर को कैच दे दिया। वह गोल्डन डक का शिकार हुए। स्कोर 14 पर 6 आउट। मोहम्मद शमी के 12वें ओवर की तीसरी शॉर्ट ऑफ लेंथ डिलीवरी डाउन लेग चमीरा के ग्लव से लगकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई। चमीरा का भी खाता नहीं खुला और स्कोर 22 पर 7 आउट।

एकमात्र एंजलो मैथ्यूज टिककर खेल रहे थे। मोहम्मद शमी ने उनका भी खेल खत्म कर दिया। 14वें ओवर की पहली गेंद फुलर लेंथ इनस्विंगर थी। मैथ्यूज ने ड्राइव करने का प्रयास किया, लेकिन गेंद मिडिल और लेग स्टंप पर जा लगी। मैथ्यूज ने 25 गेंद पर बनाए 12 और स्कोर 29 पर 8 आउट। मोहम्मद शमी ने रजिथा को 18वें ओवर की दूसरी फुलर लेंथ गेंद पर सेकंड स्लिप में कैच कराया। रजिथा ने बनाए 14 और स्कोर 49 पर 9 आउट। मदुशंका जडेजा के 20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर लोग शॉट खेलने के प्रयास में मिड ऑन पर खड़े श्रेयस अय्यर को टॉप एज दे बैठे। इसी के साथ 19.4 ओवर में श्रीलंकाई टीम 55 पर सिमट गई। पंजा खोलने वाले मोहम्मद शमी को मैन ऑफ द मैच चुना गया। वह इस वर्ल्ड कप में दूसरी बार मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले पहले तेज गेंदबाज बन गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें