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रोहित ने बतौर कप्तान 100वें मैच में बनाया ये खास रिकॉर्ड, जानें

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रोहित शर्मा की बजाय मोहम्मद शमी को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया जाना चाहिए था। रोहित ने 101 गेंद पर 10 चौकों और 3 छक्कों के साथ 87 रन बनाए थे, जबकि मोहम्मद शमी ने 7 ओवर में 3.1 इकोनॉमी 2 मेडन के साथ 22 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे। यह सवाल भारत की जीत के बाद से ही सोशल मीडिया पर जोर-शोर से पूछा जा रहा है। हम अपनी तरफ से इस सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास करेंगे।

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बतौर कप्तान 100वें मैच में भारत ने 100 रन से जीत हासिल

सबसे पहले बात करते हैं रोहित की, जिनके बतौर कप्तान 100वें मैच में भारत ने 100 रन से जीत हासिल की। भारत के 230 के लक्ष्य के सामने इंग्लैंड 34.5 ओवर में 129 पर ऑलआउट हो गया। पूरे मैच में रोहित शर्मा के सिवा दोनों ही टीम में से कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका। रोहित शर्मा लखनऊ के इकाना स्टेडियम में अर्धशतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज रहे।

मैच में भारत की शुरुआत खराब रही थी और एक वक्त माना गया कि हम यह मैच हार चुके हैं। भारत के टॉप ऑर्डर के 3 बल्लेबाज सिर्फ 40 रन पर पवेलियन लौट गए थे। यहां से रोहित शर्मा ने केएल राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 111 गेंद पर 91 रन की साझेदारी बनाई। इसके बाद रोहित शर्मा ने पांचवें विकेट के लिए सूर्यकुमार यादव के साथ 32 गेंद पर 33 रन जोड़े।

रोहित शर्मा का ट्रैक रिकॉर्ड

भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए। रोहित शर्मा शतक जरूर चूक गए, लेकिन उन्होंने भारत को फाइटिंग टोटल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। मैच के बाद भी रोहित शतक चूकने की बजाय इस बात से ज्यादा निराश थे कि उनके आउट होने की वजह से टीम इंडिया आखिरी ओवरों में तेजी से रन नहीं बना सकी। इस वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि उन्होंने खुद से ज्यादा टीम के लिए बल्लेबाजी की है। वह आक्रामक बल्लेबाजी से पावरप्ले में ही विपक्षी गेंदबाजों के हौसले तोड़ रहे थे।

मुश्किल हालात में संयम के साथ बल्लेबाजी

चूंकि इंग्लैंड के खिलाफ भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, इसलिए रोहित शर्मा ने विकेट पर खड़े होकर रन बनाने का निश्चय किया। उन्होंने मुश्किल हालात में संयम के साथ बल्लेबाजी की। यह बताता है कि रोहित शर्मा आक्रामक बल्लेबाजी करने के साथ ही विकेट पर टिक कर रन बनाना भी जानते हैं। अब बात भारतीय गेंदबाजी की करते हैं। 230 के टारगेट के सामने इंग्लैंड का स्कोर बगैर नुकसान 30 रन पहुंच चुका था।

जसप्रीत बुमराह ने डेविड मलान और जो रूट को बैक टू बैक गेंद पर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद अंग्रेज बल्लेबाजी की रीढ़ कहे जाने वाले बेन स्टोक्स को मोहम्मद शमी ने बगैर खाता खोले बोल्ड मारा। यही नहीं अपने अगले ओवर में जॉनी बेयरस्टो को भी मोहम्मद शमी ने बोल्ड कर दिया। बेन स्टोक्स मोहम्मद शमी के आठवें ओवर की अंतिम गेंद पर आउट हुए थे, जबकि जॉनी बेयरस्टो को उन्होंने दसवें ओवर की पहली गेंद पर पवेलियन भेजा था। यानी जसप्रीत बुमराह की ही तरह मोहम्मद शमी के पास भी हैट्रिक लेने का मौका था।

रोहित शर्मा का गेम प्लान

अब बात उस विकेट की, जिसे हासिल कर मोहम्मद शमी ने गेम को पूरी तरह भारत के पक्ष में मोड़ दिया। दरअसल छठे विकेट के लिए लियाम लिविंगस्टोन और मोईन अली के बीच 47 गेंद पर 29 रन की साझेदारी हो चुकी थी। कप्तान रोहित शर्मा ने इस पार्टनरशिप को तोड़ने का जिम्मा मोहम्मद शमी को सौंपा। मोहम्मद शमी ने 24वें ओवर की पहली गेंद फुल लेंथ अराउंड ऑफ स्टंप रखी। उन्होंने मोईन अली को ड्राइव करने के लिए मजबूर किया।

 मोईन अली ने बगैर किसी फीट मूवमेंट ड्राइव करने का प्रयास किया और बल्ले का किनारा विकेटकीपर के दस्तानों में चला गया। मोईन अली 31 गेंद पर 15 रन बना सके और इंग्लैंड को 81 पर छठा झटका लग गया। मोहम्मद शमी के 34वें ओवर की अंतिम फुलर लेंथ गेंद राइट हैंडर आदिल रशीद के लिए टप्पा खाने के बाद अंदर की तरफ आई। ऑन साइड पर शॉर्ट खेलने के प्रयास में आदिल रशीद का ऑफ स्टंप उखड़ गया। रशीद ने बनाए 20 गेंद पर 13 इंग्लैंड को 122 पर नवां झटका लगा।

मोहम्मद शमी ने अपने 4 विकेट में से 3 बल्लेबाजों को बोल्ड किया। अब अगर बात मैन ऑफ द मैच की करें, तो ऐसा लगता है कि मुश्किल विकेट पर बड़ा अर्धशतक लगाना विकेट चटकाने की तुलना में बड़ी उपलब्धि मानी गई है। अगर भारत की तरफ से किसी दूसरे बल्लेबाज ने या इंग्लैंड की तरफ से किसी भी बल्लेबाज ने कम से कम अर्धशतक जड़ा होता, तो हालात दूसरे हो सकते थे।

रोहित हमेशा दूसरे खिलाड़ियों को करते है आगे

गौतम गंभीर ने भारत की जीत के बाद बयान दिया कि रोहित शर्मा हमेशा दूसरे खिलाड़ियों को क्रेडिट के लिए आगे कर देते हैं, जबकि खुद पीछे रहते हैं। यह बतौर कप्तान उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। दूसरी तरफ मोहम्मद शमी हैं, जो पहले 4 मैच में बेंच पर बैठे हुए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम में मौका मिला और 10 ओवर में 54 रन देकर 5 विकेट चटका दिए। मैन ऑफ द मैच चुने गए।

इसके बाद शमी का बयान था कि अगर टीम के हित में मुझे बेंच पर बैठना होगा, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। मोहम्मद शमी सिर्फ 2 मैच में 9 सफलता हासिल कर चुके हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि मोहम्मद शमी और रोहित शर्मा के बीच मैन ऑफ द मैच को लेकर विवाद करना गलत है। दोनों के लिए हमेशा देश का हित पहले रहा है। मैन ऑफ द मैच से ज्यादा महत्वपूर्ण भारत की जीत है।

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