Pujara-Rahane: क्या पुजारा और रहाणे सम्मानजनक विदाई डिजर्व करते हैं?
Pujara-Rahane:
अपने फेवरेट खिलाङियों को चयनकर्ता कैसे टीम में सेट करते हैं, इसको केएल राहुल और शुभमन गिल के उदाहरण से बखूबी समझा जा सकता है। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे Pujara-Rahane टेस्ट क्रिकेट के शानदार बल्लेबाज हैं।
Pujara-Rahane: करियर के आखिरी पड़ाव
Pujara-Rahane:दोनों को क्रिकेट के सिर्फ एक ही फॉर्मेट में मौका दिया जाता है। दोनों अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर भी हैं। इसके बावजूद भारतीय कंडीशंस में दोनों को टीम में मौका नहीं दिया जा रहा। माहौल ऐसा बना दिया गया है कि अब आप लोग संन्यास का ऐलान कर दीजिए।
दरअसल इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैच की सीरीज के पहले 2 मैच के लिए जब टीम की घोषणा हुई, तब ना तो पुजारा को चुना गया और ना ही रहाणे को मौका दिया गया। जबकि ये दोनों ही बल्लेबाज रणजी ट्राफी में बेहतरीन फॉर्म में दिखे थे।
मध्य क्रम बल्लेबाज भारतीय टेस्ट टीम में सेट
जब केएल राहुल ने टेस्ट क्रिकेट खेलना स्टार्ट किया था, तब उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज टीम में अपनी जगह बनाई थी। ओपनर के तौर पर केएल राहुल का रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं रहा। जब ओपनर राहुल फ्लॉप हुए, तब उन्हें बतौर मध्य क्रम बल्लेबाज भारतीय टेस्ट टीम में सेट कर दिया गया।
ये भी पढ़े –Happy Birthday Daniel Vettori: डेनियल विटोरी के नाम सबसे युवा स्पिनर क्रिकेटर की लिस्ट में दर्ज
अब वहां वह अपनी परफॉर्मेंस से फैंस का दिल जीत रहे हैं। एक और बल्लेबाज जो ओपनर के तौर पर लगातार फेल हो रहे थे और चयनकर्ताओं के पसंदीदा हैं, उनका नाम है शुभमन गिल। गिल को भी अब लगातार बतौर मध्यक्रम बल्लेबाज टीम में अवसर दिया जा रहा है,
लेकिन वह वहां भी कुछ खास कमाल नही कर पा रहे हैं। शुभमन गिल जब टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किए, तो वह भी केएल राहुल की तरह एक ओपनर बल्लेबाज के तौर पर टीम में शामिल हुए।
अपने पसंदीदा खिलाड़ी को टीम में सेट
कुछ अच्छे प्रदर्शन के बाद विदेशों में एक ओपनर के तौर पर शुभमन गिल फेल होने लगे, तो अपने पसंदीदा खिलाड़ी को टीम में सेट करने के लिए मैनेजमेंट ने उनको भी मध्यक्रम में मौका दिया है। अभी तक तो वह वहां भी फेल ही रहे हैं।
ये भी पढ़े –सहवाग के बाद अगर किसी ओपनर ने टेस्ट क्रिकेट में बैज बॉल खेला, तो वह हैं यशस्वी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि दो-दो ओपनर बल्लेबाज अगर मध्यक्रम में खेलेंगे, तो मध्यक्रम से जो बाहर होगा वह भी मध्यक्रम का बल्लेबाज ही होगा। इसका सीधा सा मतलब हुआ कि भारत की नई दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा की जगह शुभमन गिल ने ले ली और अजिंक्य रहाणे को केएल राहुल ने रिप्लेस कर दिया।
बेहद शांत स्वभाव के खिलाड़ी
पुजारा और रहाणे बेहद शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं। सोशल मीडिया पर भी दोनों की ज्यादा फैन फॉलोइंग नहीं है। दोनों सिर्फ अपने खेल से जवाब देना जानते हैं। ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों को लेकर ज्यादा शोर-शराबा भी नहीं हुआ। चयनकर्ताओं का जो इरादा था, उसमें वे कामयाब रहे। केएल राहुल और शुभमन गिल भारतीय टेस्ट टीम में हैं।
एक बार मौका जरूर दिया जाना चाहिए
इसमें कोई बुराई नहीं है। पर हकीकत यह है कि ये दोनों ही खिलाड़ी IPL से लेकर भारतीय क्रिकेट के लिए सारे फॉर्मेट खेलते हैं। परंतु पुजारा और जैसा बल्लेबाज सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलता है। ऐसे में अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को एक बार मौका जरूर दिया जाना चाहिए। भले यह कह दिया जाए कि अगर आपने रन नहीं बनाए, तो इस सीरीज के बाद संन्यास का ऐलान कर दीजिएगा।
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरो को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप