नेपाल क्रिकेटर दीपेंद्र सिंह का ये रिकॉर्ड कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ सकता?
नेपाली बल्लेबाज दीपेंद्र सिंह ने 9 गेंद में 8 छक्कों के साथ फिफ्टी जड़कर युवराज सिंह के सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2007 के T20I वर्ल्ड कप में जब इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह ने 12 गेंद पर फिफ्टी मार दी थी, तो यह रिकॉर्ड टूटना असंभव सा लगा था। कई खिलाड़ियों ने कोशिश तो की, लेकिन इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए। पर करीब 16 साल बाद इस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया गया है।
ऐसा रिकॉर्ड जो कभी टूट नहीं सकता
दीपेंद्र सिंह का नाम याद रख लीजिए, क्योंकि 27 सितंबर को इस खिलाड़ी ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया, जो क्रिकेट इतिहास में कभी टूट नहीं सकता। एशियन गेम्स में मंगोलिया के खिलाफ मैच में दीपेंद्र सिंह ने सिर्फ 9 गेंदों में फिफ्टी जड़ दी, जिसमें 8 छक्के शामिल रहे। क्रिकेट के खेल में इससे कम गेंद पर यह कारनामा संभव भी नहीं है। दीपेंद्र 10 गेंद पर 52 रन बनाकर नाबाद लौटे।
T20 क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज शतक
इस मैच में सिर्फ एक यही नहीं, बल्कि कई और रिकॉर्ड भी बने। नेपाल के बल्लेबाज कुशल मल्ला ने केवल 34 गेंद पर सेंचुरी जड़ दी। यह T20 क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज शतक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर के नाम था। दोनों ने 35-35 गेंद पर सेंचुरी लगाई थी। मल्ला ने मैच में 50 गेंद पर 137 रन की पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 12 छक्के शामिल रहे।
T20 क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ
मैच में नेपाल की टीम ने T20I क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। नेपाल ने निर्धारित 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 314 रन बना दिए। T20 क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी टीम ने 300 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं। नेपाल से पहले कोई टीम ऐसा नहीं कर सकी थी। नेपाल के 314 रनों के जवाब में मंगोलिया की टीम 13.1 ओवर में केवल 41 रन बनाकर सिमट गई। यानी नेपाल ने इस मैच को 273 रनों के अंतर से जीत लिया।
दीपेंद्र सिंह का रिकॉर्ड क्रिकेट के इतिहास में कभी नहीं टूट सकता
T20 क्रिकेट इतिहास में रनों के लिहाज से यह किसी टीम की सबसे बड़ी जीत है। एक और रिकॉर्ड के बारे में बताएं, तो नेपाल ने इस मैच में कुल 26 छक्के लगाए। इससे पहले सबसे ज्यादा छक्के उड़ाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान के नाम था। दोनों टीमों ने एक मैच में 22-22 सिक्स लगाए थे। दीपेंद्र सिंह का रिकॉर्ड क्रिकेट के इतिहास में कभी नहीं टूट सकता। 9 गेंद पर अर्धशतक जड़कर कोई बल्लेबाज उनकी बराबरी जरूर कर सकता है, लेकिन उनसे तेज