रोहित शर्मा ने केएल राहुल को विजेता ट्रॉफी सौंप कर सही किया या गलत?
कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से सीरीज जीतने के बाद खुद ट्रॉफी लेने की बजाय केएल राहुल को बुलाया। दरअसल रोहित शर्मा का कहना था कि भारत ने केएल राहुल की कप्तानी में पहले दोनों मुकाबले जीतकर सीरीज पर कब्जा किया था।
ऐसे में इस ट्रॉफी पर बतौर कप्तान राहुल का हक बनता है। राहुल की कप्तानी में भारत ने सीरीज का पहला वनडे 5 विकेट से और दूसरा वनडे 99 रनों से जीता था। कप्तान रोहित के इस बर्ताव से केएल राहुल भी खुश नजर आए। रोहित शर्मा मंच पर खड़े रहे और केएल राहुल को ODI सीरीज की ट्रॉफी सौंपी गई।
रोहित फोटो के लिए फ्रेम में भी नहीं
भारत राजकोट में खेला गया तीसरा वनडे 66 रन से हार गया। 353 का लक्ष्य चेज करते हुए टीम 49.4 में 286 ही बना सकी। 57 गेंद पर 5 चौकों और 6 छक्कों के साथ 81 रन बनाकर हिटमैन भारत के टॉप स्कोरर रहे। दरअसल ट्रॉफी कलेक्ट करने की बारी आई तो रोहित ने केएल राहुल को आगे कर दिया। राहुल ही सीरीज के शुरुआती दो मैचों में टीम इंडिया के कप्तान थे। पहले तो रोहित फोटो के लिए फ्रेम में भी नहीं गए थे।
रोहित ने ट्रॉफी से दूरी बनाकर रखी
लेकिन निरंजन शाह के बुलाने पर वह वहां पहुंच गए। इसके बाद भी रोहित ने ट्रॉफी से दूरी बनाकर रखी। उन्होंने पास खड़े होकर सिर्फ थम्स अप का इशारा किया। रोहित शर्मा इस मुकाबले में अलग ही मूड में थे। पहले ही ओवर से उन्होंने गेंदबाजों की कुटाई शुरू कर दी। भारतीय पारी के 7वें ओवर में रोहित ने अपना 5वां छक्का जड़ दिया।
पैट कमिंस से लेकर मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की उन्होंने जबरदस्त धुनाई की। 31 गेंदों पर भारतीय कप्तान ने अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने बैटिंग पावरप्ले में ही अपने 50 रन पूरे कर लिए। उनके बल्ले से 57 गेंदों पर 6 छक्कों की मदद से 81 रनों की पारी निकली।