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ऑस्ट्रेलिया स्पिनर ब्रैड हॉग ने सचिन तेंदुलकर को लेकर किया बड़ा खुलासा, जानें

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क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के खेल का हर कोई दिवाना था साथ ही सचिन का व्यवहार के हर कोई मुरीद आज भी लोग हैं। सचिन का एक और पहलू है कि जो वह बोलते थे उसे जरुर करके दिखाते थे एक बार कि बात है जब सचिन ने ब्रैड हॉग से कहा कि तुम मुझे अब कभी आउट नहीं कर पाओगे, वादा जिंदगी भर निभाया।

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ब्रैड हॉग ने इस किस्से का किया खुलासा

 सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाड़ी कहे जाते हैं। उनकी उपलब्धियां लोगों को मुंहजबानी याद हैं। आज बात एक ऐसे किस्से की, जिससे पता चलता है कि सचिन तेंदुलकर के नाम से दुनिया भर के स्टेडियम क्यों गूंजा करते थे। लेफ्ट आर्म रिस्ट स्पिनर ब्रैड हॉग ने इस किस्से का खुलासा द संडे एज को दिए इंटरव्यू में किया। तारीख थी 5 अक्टूबर 2007 और जगह हैदराबाद का राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैच की सीरीज का अंतिम वनडे खेला जा रहा था।

टारगेट चुनौतीपूर्ण और सचिन का जादू

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 290 रन बन गए। एंड्रू सायमंड्स ने 67 गेंद पर 89 रनों की पारी खेली। उस दौर के लिहाज से टारगेट चुनौतीपूर्ण था। गौतम गंभीर 6 रन बनाकर ब्रेट ली की गेंद पर LBW आउट हुए और भारत को 10 के स्कोर पर पहला झटका लगा। रॉबिन उथप्पा बगैर खाता खोले मिचेल जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हुए और द्रविड़ गोल्डन डक बनाते हुए ब्रेट ली की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। स्कोर 11 पर 3 आउट। टारगेट लगातार मुश्किल होता जा रहा था।

स्टेडियम में मातमी सन्नाटा पसर

सचिन और युवराज के बीच चौथे विकेट के लिए 50 रन की पार्टनरशिप हुई। तभी 25वें ओवर की अंतिम गेंद पर ब्रैड हॉग ने सचिन को बोल्ड कर दिया। हॉग ने सचिन का विकेट चटकाने के बाद जोरदार जश्न मनाया। निराश मास्टर ब्लास्टर पवेलियन की तरफ चल पड़े। स्टेडियम में मातमी सन्नाटा पसर गया। भारत को 108 पर चौथा झटका लगा। यहां से युवराज ने 121 रन की पारी खेली, लेकिन भारत 243 पर ऑल आउट हो गया। 47 रन से मैच हार गया।

सचिन ने ऑटोग्राफ दिया

मैच के बाद ब्रैड हॉग सचिन तेंदुलकर के पास गए और उनका ऑटोग्राफ मांगा। ब्रैड हॉग ने उस तस्वीर पर ऑटोग्राफ मांगा, जब उन्होंने सचिन को बोल्ड किया था। सचिन ने ऑटोग्राफ दिया, लेकिन साथ में मैसेज भी लिखा कि यह अब कभी दोबारा नहीं होगा। ब्रैड हॉग ने इस बात को हल्के में लिया। उन्हें लगा कि मैं अगले मैच में सचिन को फिर आउट कर दूंगा। उस मैच के बाद सचिन तेंदुलकर और ब्रैड हॉग 17 बार आमने-सामने हुए। हॉग सचिन को फिर कभी आउट नहीं कर सके।

वादा जिंदगी भर निभाया

सचिन तेंदुलकर ने ब्रैड हॉग से जो वादा किया था, उसे जिंदगी भर निभाया। ब्रैड हॉग ने उस ऑटोग्राफ के बारे में कहा कि यह मेरी जिंदगी का सबसे कीमती तोहफा है। सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के खिलाफ गेंदबाजी करना मेरे लिए सम्मान की बात थी।

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