
बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कथित फैक्ट चेकर और ऑल्ट न्यूज़ वेबसाइट के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर (Mohammad Zubair) के खिलाफ एक पुलिस शिकायत दर्ज की है, जिसमें उन्होंने क्रिकेटर अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) और सिख समुदाय के खिलाफ अपने ट्वीट से ‘नफरत फैलाने’ का आरोप लगाया है।
रविवार को दुबई में एशिया कप के सुपर फोर मैच में भारत की चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से पांच विकेट से हार के दौरान एक कैच छोड़ने के बाद खिलाड़ी सोशल मीडिया पर शातिर ट्रोलिंग का शिकार हो गया।
पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज अपनी शिकायत में, सिरसा ने जुबैर के एक ट्वीट का हवाला दिया जिसमें उन्होंने क्रिकेटर अर्शदीप सिंह के खिलाफ विभिन्न सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट साझा किए थे।
भाजपा नेता ने दावा किया कि इनमें से अधिकतर ट्वीट पाकिस्तानी एकाउंट्स से थे और आरोप लगाया कि मोहम्मद जुबैर ने राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इशारे पर ऐसा काम किया था।
I have filed a police complaint against @zoo_bear as he was a part of Pak’s conspiracy to defame Sikhs and fuel hate campaign against Sikhs in India. His screenshots are used by Pak handles. I have demanded enquiry into who supported Zubair in creating this “Khalistani” agenda pic.twitter.com/xtc5U5yEsj
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 5, 2022
उन्होंने मांग की कि ज़ुबैर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए और साजिश का पता लगाने के लिए जांच शुरू की जाए।
सिरसा ने ट्वीट के जरिये आरोप लगाते हुए कहा, “मोहम्मद जुबैर ने सीमा पार राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ मिलकर काम करते हुए खालिस्तानी शब्द के साथ खोज करने के बाद विभिन्न ट्विटर हैंडल के ट्विटर से स्क्रीनशॉट लिया और फिर 5 सितंबर, 2022 को 00:05 बजे इन सभी को मिलाकर एक ट्वीट पोस्ट किया।
सिरसा ने आरोप लगाया कि जुबैर यह चित्रित करने की कोशिश कर रहे थे कि इस तरह के अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण ट्वीट भारतीय क्रिकटर अर्शदीप सिंह के ट्विटर हैंडल द्वारा पोस्ट किए गए थे, जबकि वास्तविकता यह है कि इनमें से अधिकांश ट्विटर अकाउंट पाकिस्तानी हैं”।
उन्होंने दावा किया कि कुछ अकाउंट तो इस ट्वीट के उद्देश्य से बनाए गए थे जिसके पीछे एकमात्र इरादा एक राष्ट्रवादी और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के खिलाफ नफरत फैलाना था, जिसने अपना दिल और आत्मा देश के लिए खेलते हुए लगा दी।
याद दिला दें कि जुबैर को 27 जून को 2018 में एक हिंदू देवता के खिलाफ एक ट्वीट के माध्यम से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह अभद्र भाषा के आरोप में 24 दिनों के लिए हिरासत में था और अब जमानत पर बाहर है।
उत्तर प्रदेश में मोहम्मद जुबैर के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गईं – हाथरस में दो और सीतापुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और चंदौली में एक-एक। कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर अपने नफरती ट्वीट्स और फेक न्यूज़ फैलाने के चलते विवादों में कई बार आ चुका है।
इससे पहले विकिपीडिया पर किसी शख्स ने अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी बता डाला था जिसके बाद भारत सरकार विकिपीडिया से जवाब तलब किया था। हालांकि कुछ ही देर बाद एडिटर्स ने अर्शदीप सिंह का पेज फिर से एडिट कर दिया था।