
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ED की दूसरे दिन की पूछताछ शुरू हो गई है। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी साथ गए है। हालांकि, सोनिया गांधी की तबीयत को देखते हुए ED दफ्तर में एक व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति है। इसलिए प्रियंका दवाइयों के साथ उनके साथ ईडी के दफ्तर में जाएंगी। सोनिया से पूछताछ के लिए ED ने 36 सवालों की लिस्ट बनाई है।
ईडी सोनिया से मामले से जुड़े सीधे सवाल पूछेगी और पूछताछ देर शाम तक चल सकती है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए ईडी मुख्यालय खासा सतर्क है और अधिकारी मास्क पहनकर पूछताछ करेंगे।
वहीं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भारी संख्या में सुरक्षाबलों के जवानों की तैनाती की गई है। संसद सत्र चलने की वजह से प्रदर्शन करने पर रोक मुख्यालय के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है। कांग्रेस सांसद विजय चौक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। राहुल गांधी भी उन सांसदों के साथ विरोध प्रदर्शन के लिए बैठ गए हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
इससे पहले 21 जुलाई को ईडी ने सोनिया गांधी से पूछताछ की थी। इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने देशभर में ईडी दफ्तरों के सामने विरोध प्रदर्शन किया था।
नेशनल हेराल्ड केस क्या है?
यह पूरा मामला नेशनल हेराल्ड नाम के अखबार से जुड़ा है, जो आजादी से पहले का अखबार रहा है। इस अखबार के प्रकाशन का जिम्मा प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (Associated Journals Limited) नाम की कंपनी के पास था। इस अखबार की शुरुआत 1938 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने की थी। शुरुआत से इस कंपनी में कांग्रेस और गांधी परिवार के लोग हावी रहे. करीब 70 साल बाद 2008 में घाटे की वजह से इस न्यूज पेपर को बंद करना पड़ा। तब कांग्रेस ने एजेएल को पार्टी फंड से बिना ब्याज का 90 करोड़ रुपए का लोन दिया। फिर सोनिया और राहुल गांधी ने ‘यंग इंडियन’ नाम से नई कंपनी बनाई। यंग इंडियन को एसोसिएटेड जर्नल्स को दिए लोन के बदले में कंपनी की 99 फीसदी हिस्सेदारी मिल गई। यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है। वहीं बाकी का शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास था।
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