सिलक्यारा में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम जारी, हॉरिज़ोंटल ड्रिलिंग में फंसे ऑगर मशीने के टुकड़ों को बाहर निकाला गया
Silkyara Rescue Operation: उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मज़दूरों के रेस्क्यू का काम 16वें दिन भी जारी है. हॉरिज़ोंटल ड्रिलिंग (Horizontal Driling) में लगातार आ रही दिक़्क़तों के बाद अब वर्टिकल ड्रिलिंग (Vertical Drilling) का काम शुरू हो गया है. लेकिन इसके साथ ही हॉरिज़ोंटल ड्रिलिंग में जो मशीन के टुकड़े फंस गए थे उसे भी निकाल लिया गया है. साथ ही उस ओर से भी ड्रिलिंग का काम जारी है.
इससे पहले माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा है, “हम ऑगर मशीन के टूटे हुए टुकड़ों को निकाल रहे हैं, कई पाइप हैं उन्हें भी काटना है. लगभग तीन घंटे का समय इसमें लग सकता है उसके बाद हमें हाथों से टनल को काटना होगा.”
“इसमें कितना वक्त लगेगा ये हम नहीं बता सकते. ये ग्राउंड की परिस्थिति पर निर्भर करता है. आर्मी इस ऑपरेशन को सुपरवाइज़ कर रहे हैं. 36 मीटर से ज्यादा की वर्टिकल ड्रिलिंग की जा चुकी है.”
Silkyara Rescue Operation: फंसे हुए टुकड़ों को निकाला गया
इसके अलावा पूर्व इंजीनियर-इन-चीफ़ और रिटायर्ड बीआरओ डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने बताया है, “ऑगर जो फंसा था उसे पूरा निकाल लिया गया है लेकिन डेढ़ मीटर की डैमेज पाइप है जो अभी भी फंसी है उसे निकालने का काम जारी है. वो हो जाएगा तो हम हाथों से टनल खोदेंगे. और बची हुई दूरी को धीरे-धीरे खोदेंगे. उम्मीद है जल्द से जल्द ये काम पूरा होगा.”
हॉरिज़ोन्टल ड्रिलिंग में लागातार तीन दिनों तक दिक़्क़त आने के बाद अब रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वर्टिकलल ड्रिलिंग की जा रही है. इस मामले में अब सेना ने भी काम शुरू कर दिया है, सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स का हिस्सा मद्रास सैपर्स की एक इकाई इस ऑपरेशन में अब मदद कर रही है.
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