Mahakal Lok: महाकाल लोक में लगी शिव मूर्तियां हो गई QR Code से लैस..

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महाकाल की नगरी उज्जैन में बने बने महाकाल लोक की भव्यता में एक और चांद लग गया है, यहां लगी मूर्तियों में क्यूआर कोड लगा दिया गया है। श्रद्धालु इस क्यूआर कोड को स्कैन कर मूर्तियों के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।


बाबा महाकाल के भक्तों के लिए एक बड़ी खबर है, महाकाल लोक में लगीं भगवान शिव की मूर्तियों को क्यूआर कोड से लैस कर दिया गया है, अब मूर्तियों पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करते ही उससे संबंधित पूरी जानकारी मोबाइल फोन पर आ जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया

मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल महाकाल लोक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 11 अक्टूबर को लोकार्पण किया था। श्रद्धा भक्ति व आध्यात्म से सजे इस महाकाल महालोक में भगवान शिव के कुल 52 म्यूरल, 80 स्कल्पचर और करीब 200 मूर्तियां हैं।

यह सभी भगवान शिव की गाथाओं को अपने आप में समाहित किए हुए हैं. इस महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद भगवान महाकाल की नगरी में बाहर से आने वाले पर्यटकों की बाढ़ आ गई है. इस दिव्य अलौकिक लोक को देखने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

छुट्टियों में लगभग 2 से 3 लाख लोग दर्शन करने पहुंचने लगे

महाकाल लोक में पर्यटकों की स्थिति यहां तक आ गई है कि छुट्टियों के समय में लगभग 2 से 3 लाख लोग बाबा महाकाल के दरबार में दर्शन पूजन करने पहुंचने लगे हैं।

श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति और स्मार्ट कंपनी मिलकर महाकाल लोक को सवांरने में जुटी है. ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं कि महाकाल लोक आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी संतुष्टि मिले।

वैसे तो कई सुविधाएं है

महाकाल लोक में श्रद्धालुओं के लिए वैसे तो कई सुविधाएं हैं, लेकिन दिव्यांगजनों और वृद्धजनों के लिए विशेष रूप से ई कोर्ट की सुविधा महाकाल लोक की शुरूआत के साथ ही कर दी गई थी।

लोकार्पण के समय स्मार्ट कंपनी ने प्रत्येक मूर्ति के सामने क्यूआर कोड लगाने का दावा किया था. अब इस लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक अब भगवान शिव की प्रतिमाएं क्यूआर कोड स्कैन करते ही खुद अपना परिचय देंगी.

उमा ऐप डाउनलोड

महाकाल लोक में भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों में मूर्तियां हैं. इनमें शिव पार्वती विवाह के अलावा अन्य प्रसंगों को मूर्ति के रूप में दर्शाया गया है. इन्हें देखने भर से एहसास होता है कि भगवान शिव खुद सामने विराजमान हैं।

महाकाल लोक का अपना मोबाइल ऐप ‘उमा’ भी है. कहा जाता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को पहले उमा ऐप डाउनलोड करना होता है. इसके बाद ही इससे क्यूआर कोड को स्कैन किया जा सकता है.

महाकाल लोक में बनी मूर्तियों अपने आप में बेहद खूबसूरत हैं. लेकिन जब इन मूर्तियों के ऊपर दूधिया रोशनी पड़ती है तो इनकी आभा और निखर कर आती है. स्थिति ऐसी बन जाती है कि तमाम श्रद्धालु इन मूर्तियों को निहारते ही जाते हैं, लेकिन उनका मन नहीं भरता।

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