सौरभ भारद्वाज बोले- आईआईटी रूड़की की जांच में खुलासा, घटिया सीमेंट लगाने की वजह से गफ्फार मार्केट की बिल्डिंग की अब ठीक नहीं हालात
नई दिल्ली: सौरभ भारद्वाज ने आईआईटी रूड़की की रिपोर्ट पर भाजपा शासित एमसीडी से कुछ सवालों का जवाब मांगा है। उन्होंने सवाल किया कि अगर इस घटिया ग्रेड के सीमेंट से बिल्डिंग बनाई गई, तो यह गलती उन दुकानदारों की है, जिन्होंने यह दुकानें खरीदी है या एमसीडी की है, जिन्होंने इस घटिया बिल्डिंग को बनाया है।
आईआईटी रूड़की की जांच में खुलासा, घटिया सीमेंट लगाने की वजह से गफ्फार मार्केट की बिल्डिंग की अब ठीक नहीं हालात
आगे उन्होनें कहा कि आप दुकानदारों को फ्री होल्ड करके दे देंगे, तो दुकानदार अपना पैसा लगाएगा और उस बिल्डिंग की मरम्मत खुद कराएगा। आपने उसे लीज पर दे रखी है, तो उसके पास यह ताकत नहीं है कि वह इन दुकानों की खुद मरम्मत करा सके और बिल्डिंग का रख-रखाव कर सके। इसलिए बिल्डिंग की मरम्मत की जिम्मेदारी एमसीडी की है।
बेदखल करके नए सिरे से किसी बिल्डर से यह बिल्डिंग बनवाई जाए
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि सबसे हैरानी की बात यह है कि एमसीडी चाह रही है कि इसके अंदर जिन दुकानदारों को 99 साल की लीज दी गई है, उनको बेदखल करके नए सिरे से किसी बिल्डर से यह बिल्डिंग बनवाई जाए और फिर वह बिल्डर अपने तरीके से नए लोगों को यह दुकानें बेचे। इस तरह की दिल्ली के अंदर करीब 39 मार्केट है और हमें बताया गया है कि भाजपा एमसीडी से जाते-जाते इन सभी मार्केट के अंदर इस तरीके का प्लान बना कर चल रही है, ताकि हजारों करोड़ रुपए की जो संपत्ति है, उसके अंदर सेंध लगाई जा सके और अपनी जेब भरी जा सके और एमसीडी से जाते-जाते और कई सौ करोड़ रूपए और कमाए जा सके। रिपोर्ट- कंचन अरोड़ा