RLD SP Rally: जाटलैंड में सपा-रालोद की रैली, अखिलेश बोले- इंकलाब आएगा, बीजेपी का सूरज डूबेगा

सपा रालोद की हुंकार, बीजेपी पर निशाना
दबथुवा रैली में गरजे सपा रालोद के नेता
संयुक्त रैली में जमकर उमड़ा जनसैलाब
मेरठ: यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों ने अपने तीर तरकस को दुरूस्त करना शुरू कर दिया है. जिसको लेकर मेरठ में आज सपा रालोद की संयुक्त रैली आयोजित की गई. जाटलैंड में आयोजित इस रैली में जनसैलाब उमड़ पड़ा. पहली बार दो दिग्गज नेता रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंच साझा किया.
बीजेपी पर ‘गरजे’ अखिलेश यादव
रैली को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस क्रांतिधरा ने देश को चौधरी चरण सिंह जैसे नेता दिए. जिन्होने देशभर में किसानों की आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि इसी पश्चिम की भूमि ने बाबा महेन्द्र सिंह टिकैत को दिया. जिन्होंने जीवनभर किसानों की आवाज उठाई है. प्रदेश की बीजेपी सरकार ने पश्चिम यूपी के किसानों पर अत्याचार किया है. किसानों की आवाज और मुद्दों को दबाने का काम किया है. बीजेपी को निशाने पर लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि प्रदेश में बदलाव लाने का, वक्त आ गया है कि किसानों के इंकलाब का. अब प्रदेश में बीजेपी का सूरज डूबने वाला है.
गांव-गांव तक पहुंचाए संदेश- पटेल
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि जो संदेश अखिलेश यदव और जयंत चौधरी ने दिया है. उसे गांव गांव तक पहुंचाना है. 2022 में बाबा जी की सरकार को हटाना है. प्रदेश में सपा रालोद के गठबंधन की सरकार को बनाना है.
बछड़ों के साथ खेले सीएम- अतुल प्रधान
मेरठ से सपा जिलाध्यक्ष अतुल प्रधान ने मंच से कहा कि ये खचाखच भरा मैदान, दूर तक दिख रही जनता, अपने प्रदेश अध्यक्ष का तहे दिल से स्वागत और सतकार करता हूं. सपा नेता ने सीएम योगी को निशाने पर लेते हुए कहा कि बाबा जी को गुस्सा बहुत आता है. 2022 में बाबा जी को इनता फ्री कर दो कि गोरखपुर में बछड़ों के साथ खेलें. उन्होंने कहा कि हम और अखिलेश जी साथ चल रहे हैं. गठबंधन का एलान इसी मंच से होगा. मेरठ के चौधरी चरण सिंह की इस कर्मभूमि में हम शहीद किसानों का एक स्मारक बनाएंगे जिससे देश का किसान उनकी कुर्बानी को याद रखे.
आपको बता दे कि, जयंत चौधरी और अखिलेश यादव का हेलिकॉप्टर 1 बजकर 19 मिनट पर दबथुवा पहुंचा. यहां से पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किए जाने के बाद दोनों नेता रैली स्थल के लिए रवाना हो गए. ऐसा पहली बार है कि जब दोनों नेता एक साथ मंच पर किसी रैली के लिए पहुंचे और एक साथ मंच साझा किया.