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आज सावन का आखिरी प्रदोष व्रत, बने हैं ये शुभ योग, जानें

आज सावन का आखिरी प्रदोष व्रत, बने हैं ये शुभ योग, जानें

आज सावन का आखिरी प्रदोष व्रत, बने हैं ये शुभ योग, जानें

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आज प्रदोष व्रत किया जाएगा। पंचांग के अनुसार द्वादशी तिथि आज शाम 6 बजकर 23 मिनट पर ही समाप्त हो जाएगी, उसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। जोकि 29 अगस्त दोपहर 2 बजकर 48 मिनट तक रहेगी। यानि त्रयोदशी तिथि में संध्या काल आज ही पड़ेगा। लिहाजा 28 अगस्त  को ही प्रदोष व्रत किया जाएगा। किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर, यानि संध्या के समय को प्रदोष काल कहते हैं। प्रदोष का व्रत कर भगवान शिव की उपासना करने से जातक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही त्रयोदशी तिथि के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है उसके जीवन में चल रही समस्त समस्याओं का समाधान निकलता है। आइए जानते हैं सावन सोम प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और अन्य जरूरी बातें।

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सावन 2023 सोम प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त

सावन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि शुरू – 28 अगस्त को शाम 06.48 बजे से

सावन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि समाप्त – 29 अगस्त को दोपहर 02.47 बजे तक

प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त – 28 अगस्त की शाम 06.48 बजे से रात 09.02 बजे तक

सावन सोम प्रदोष व्रत की पूजा विधि

इस दिन स्नान आदि से निवृत होकर शिव जी की पूजा करनी चाहिए। सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं। फिर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराके दोबारा शुद्ध जल चढ़ाएं। इसके बाद बेल पत्र, गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची आदि से भगवान का पूजन करें और हर बार एक चीज चढ़ाते हुए ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जप करें। सुबह पूजा आदि के बाद संध्या में, यानी प्रदोष काल के समय भी पुनः इसी प्रकार से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।  शाम में आरती अर्चना के बाद फलाहार करें। अगले दिन नित्य दिनों की तरह पूजा संपन्न कर व्रत खोलने से पहले ब्राह्मणों और गरीबों को दान दें। इसके बाद भोजन करें।

सोम प्रदोष व्रत 2023 शुभ संयोग

इस दिन आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का शुभ संयोग बन रहा है। आयुष्मान योग – प्रात:काल से लेकर सुबह 09:56 तक, सौभाग्य योग – सुबह 09:56 से पूरी रात तक, सर्वार्थ सिद्धि योग – मध्यरात्रि 02:43 से 29 अगस्त को सुबह 05:57 तक, रवि योग – मध्यरात्रि 02:43 बजे से 29 अगस्त को सुबह 05:57 बजे तक

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